किसानों पर वाटर कैनन चलाए जाने पर भड़के हुड्डा, कहा- सरकार अपना रही तानाशाही रवैया

punjabkesari.in Wednesday, Nov 25, 2020 - 11:40 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): खेती से जुड़े कानूनों के विरोध में हरियाणा-पंजाब से हजारों किसान दिल्ली कूच आंदोलन की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों को रोकने के लिए कुरुक्षेत्र में प्रशासन द्वारा वाटर कैनन चलाया गया, जिसपर नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश सरकार को तानाशाही बताया है। हुड्डा ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि किसानों पर वाटर कैनन की बौछार कर उन्हें रोकना उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।

हुड्डा ने ट्वीट में लिखा, 'प्रजातंत्र में शांतिपूर्ण ढंग से अपने हक की बात कहने वाले किसान के रास्ते में बड़े-बड़े पत्थर रखवाना, वाटर कैनन की बौछार कर रोकना उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है। किसानों को रोकने के लिए सरकार को इस तरह का तानाशाही रवैया नहीं अपनाना चाहिए। हम इस रवैये की घोर निंदा करते हैं।' 

वहीं दूसरे ट्वीट में हुड्डा ने लिखा, 'बढ़ती सर्दी के मौसम और कोरोना काल में वाटर कैनन की बौछार करना किसानों के साथ अत्याचार है। किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ लोकतांत्रिक ढंग से आवाज़ उठाने दिल्ली आरहे शांतिपूर्ण किसानों से इतना क्यों डरी हुई है हरियाणा बीजेपी+जेजेपी सरकार?'
 

 


बता दें कि केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों ने दिल्ली में धरना प्रदर्शन के लिए 26-27 नवंबर की तारीख तय की हुई है। हरियाणा, पंजाब व उत्तर प्रदेश से भारी संख्या में किसान दिल्ली के लिए निकल चुके हैं। वहीं किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए हरियाणा सरकार ने सख्त एडवाइजरी जारी कर दी है। बुधवार को कई जिलों में पंजाब की सीमाएं सील कर दी गई। वहीं दिल्ली प्रवेश के मार्गों पर भी पुलिस की तैनाती कर दी गई है।

 

 


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Shivam

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