बाजार में शिवलिंग, तिरंगा और राजस्थानी पैटर्न वाली राखियों की बढ़ी मांग

punjabkesari.in Wednesday, Aug 10, 2022 - 01:07 PM (IST)

फरीदाबाद : शहर का मुख्य बाजार रक्षाबंधन के लिए सज गया है। फरीदाबाद के एनआईटी-1, 5, ओल्ड फरीदाबाद सेक्टर-10, बल्लभगढ़, सेक्टर-37 और बदरपुर बॉर्डर पर राखी की छोटी-बड़ी करीब 1000 से ज्यादा दुकानें सजी हैं। राखी का पर्व 11 व 12 अगस्त को है और अब दो दिन का समय बचा है। ऐसे में राखियां खरीदने के लिए बाजार में महिला एवं बालिकाओं की भीड़ जुटी हुई है।


इस बार रक्षा बंधन के बाद स्वतंत्रता दिवस है। इसलिए तिरंगा राखियों की मांग बढ़ी है, वहीं शिवलिंग व राजस्थानी पैटर्न की राखियां खूब बिक रहीं हैं। यहां बताना जरूरी है कि इस बार जिले में कोरोना संक्रमण का खतरा भी कम है क्यूंकि पिछले दिनों कोरोना के मामलों में बढ़तरी हो गई है हालांकि स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का प्रतिबंध भी नहीं है। दो साल बाद राखी बाजार में रौनक दिखाई दे रही है।

इससे दुकानदारों को अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है। हालांकि इस बार बहनों को भाई की कलाई में राखी बांधना 20 फ ीसदी तक महंगा हो गया है। बाजार में बच्चों व बड़ों के लिए 85 से ज्यादा वैरायटियों की राखियां आई हैं। जिसमें देशभक्ति से जुड़ी तिरंगा राखी व कार्टून वाली राखियों के साथ महिलाओं के लिए भैय्या-भाभी और फैंसी व परंपरागत डिजाइन वाली राखियां भी हैं।

 राखी व्यापारी मनोज अरोड़ा ने बताया इस साल शिवलिंग व राजस्थानी पैटर्न की राखी का भी ट्रेंड चल रहा है। इसके अलावा कश्मीरी मोती वाली, जयपुर की डायमंड राखी भी आई है। जो 50 से 60 रुपए प्रति नग में बेच रहे हैं। 20 रुपए से लगाकर 150 रुपए तक की राखियां बाजार में उपलब्ध है। महंगाई के चलते राखियों पर भी असर पड़ा है। 

व्यापारी इस बार दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद से राखी लेकर आए हैं। अच्छी ग्राहकी शुरू हो चुकी है। राखी व्यापारी नंदकिशोर ने बताया राखी पर जीएसटी लगने से उपभोक्ताओं पर भार बढ़ा है। 40 साल से राखी बेच रहा हूं। पहली बार इतनी बढ़ोतरी देखी है। फूं दे जहां पहले 1 से 10 रुपए में मिलते थे, उनके भाव बढ़कर 10 से लेकर 25 रुपए तक हो गए। रेशम का गुच्छा व फैंसी डोरे 15 रुपए से लगाकर 70 रुपए नग वाले हैं। सादी व फैंसी राखियां 20 से लेकर 150 रुपए तक की बिक रही है।


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Content Writer

Isha

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