सिंचाई विभाग की लापरवाही, कई गांव की सेंकडो एकड़ फसल हुई जलमग्न

punjabkesari.in Tuesday, Jul 16, 2019 - 05:24 PM (IST)

रादौर( कुलदीप सैनी): मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बरसाती नहरों की सीजन से पूर्व सफाई के आदेशों की सिंचाई विभाग द्वारा की गई खानापूर्ति अब किसानो पर भारी पड़ती नजर आ रही है। लगातार रुक-रुक कर हो रही वर्षा से बरसाती नहरे भी उफान पर आकर कहर बर्फा रही है, जिन खेतो में दिनरात कड़ी मेहनत और पैसा खर्च किसानो ने फसल तैयार की थी आज वहां हर जगह पानी ही पानी नजर आ रहा है।
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अपनी मेहनत पर फिरे पानी से किसानो के चेहरे पर जहाँ मायूसी छलक रही है, वहीं सिचाई विभाग की इस लापरवाही का गुस्सा भी साफ़ देखने को मिला। आज जब गांव अंटावा में हमारी टीम मौके पर कवरेज करने पंहुची तो पत्रकारों के समक्ष इन किसानो ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा की ये सब नुक्सान सिंचाई विभाग के अधिकारियो की वजह से है। उन्होंने आरोप लगाया की विभागीय अधिकारियो ने मोके पर आने की बजाए दो चार मजदूरों और जेसीबी मशीनों के माध्यम से इस बरसाती नहर राक्षी की सफाई केवल कुछ ही जगह कर मात्र खानापूर्ति के तौर पर की। जिनकी लापरवाही का खामियाजा आज किसानो को सेंकडो एकड़ में फसल की यूँ हुई बर्बादी रूप में झेलना पड़ा है। प्रभावित किसानो ने सरकार से मुआवजे की मांग की है। 
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उधर गांव रत्ता खेड़ा घड़ाम में घग्घर नदी का पानी का फैलाव हो जाने की वजह से आसपास के क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति बन गई है। पानी की मार में गांव सिहाली व मोहनपुर का  रत्ताखेड़ा गांव से सम्पर्क टूट गया व सैकड़ों एकड़ में खड़ी फसलें पूरी तरह से बाढ़ की चपेट आ गई जिससे किसानों के मेहनत पर आफत का पानी फिर गया। खड़ी  फसलों में 4 से 5 फुट पानी भर गया जिसकी वजह से फसलों का ऊपरी सिरा भी दिखाई नही दे रहा व सड़कों के उपर से भी 4 फुट पानी भर गया, वहीं गाँव मैगडा मे घग्गर नदी के पानी ने तबाही मचा दी है किसानो को बहूत भारी नुकसान होने की संभावना से इनकार नही किया जा सकता।

 


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Isha

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