कैथल: खूनी संघर्ष में एक्शन मोड़ में पुलिस, दोनों पक्षों के 83 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
punjabkesari.in Saturday, May 28, 2022 - 11:28 AM (IST)
कैथल (जयपाल) : हरियाणा सरकार की इकलौती राज्यमंत्री कमलेश ढांडा के हल्का कलायत के अंतर्गत आने वाले गांव जुलानी खेड़ा में संभावित पंचायत चुनाव के लिए सरपंच पद के दो भावी उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच 25 मई को हुए पथराव पर पुलिस प्रशासन ने कड़ा संज्ञान लिया है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कुल 83 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बता दें कि तीन दिन पहले गांव जुलानी खेड़ा में राज्य मंत्री कमलेश ढांडा तथा भाजपा सरकार में सहयोगी पार्टी के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के वर्करों में हुए आपसी विवाद में जमकर पथराव हुआ था। इसमें दोनों पक्ष अलग-अलग तौर पर राजनीतिक दलों के समर्थक है जो गांव में अपनी पार्टी का बाहुल्य स्थापित करना चाहते हैं। घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति थी जिस कारण पुलिस विभाग द्वारा गांव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस तैनात की गई।
वहीं सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी अनुसार पंचायत में फैसला लिया गया कि 29 मई को एक महापंचायत का आयोजन कर घटना के कारणों की पड़ताल भी की जाएगी। इस मामले को पंचायती तौर पर निपटाने की कोशिश भी की जाएगी।
इन लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
जुलानी खेड़ा गांव में हुए विवाद में ओमप्रकाश की शिकायत पर छह महिलाओं सहित 44 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इनमें 21 नामजद और 20-25 अन्य लोग शामिल हैं। आरोप है कि उक्त लोगों ने 25 मई को रात्रि करीब 8 बजकर 30 मिनट पर गंडासी, डंडों व पत्थरों से उन पर प्रहार किए व जान से मारनेे की धमकी दी गई।
दूसरे पक्ष के बलवान सिंह की शिकायत पर 13 को नामजद करते हुए 20-25 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिकायतकर्ता का आरोप है कि आरोपियों ने 25 मई को रात्रि करीब नौ बजे लाठी, डंडों, ईंट-पत्थरों से उन पर हमला कर जान से मारने की धमकी दी थी। दूसरी ओर पुलिस द्वारा चुनाव को देखते हुए स्थिति पर विशेष नजर रखी जा रही है। हालांकि पंचायती आम चुनावों की घोषणा अभी नहीं हुई है। जिस प्रकार चुनाव को लेकर अभी से तनाव की स्थिति बनी है, वह पुलिस और पड़ोसी गांवों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
फिलहाल इस मामले को लेकर को लेकर भाजपा तथा जेजेपी के किसी भी नेता की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों पार्टियों के हाईकमान की तरफ से नेताओं को सख्त आदेश दिए गए हैं कि इस मामले के हस्तक्षेप से दूर रहें तथा किसी भी प्रकार की विवादित टिप्पणी या प्रतिक्रिया न दें ताकि गठबंधन में चल रही सरकार तक इस मामले की आंच न पहुंचे और गठबंधन सरकार चलती है।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)