गाय के गोबर से बनी खाद को इस्तेमाल करें किसान: कंवरपाल गुर्जर

punjabkesari.in Tuesday, Oct 26, 2021 - 08:55 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के वन एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि गौशालाओं में गाय के गोबर से बन रही खाद खेती के लिए उत्तम किस्म की खाद साबित हो सकती है। किसानों को गोबर आधारित खाद कृषि भूमि में प्रयोग करना चाहिए। इस प्रकार की खाद किसानों तथा गौशालाओं की आयम बढ़ाने में कारगर सिद्ध होगी। पर्यटन मंत्री पिंजौर की कामधेनू गौशाला सेवा सदन में हरियाणा गौ सेवा आयोग द्वारा स्थापित गोवंश अनुसंधान केंद्र का निरीक्षण कर रहे थे।

उन्होंने गाय के गोबर से बने गोमय गमलों में रूचि दिखाते हुए मौके पर ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि दस हजार गमले गौशाला से खरीद कर प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि प्रयोग सफल होने पर कम से कम एक करोड़ गमले वन विभाग हरियाणा गौ सेवा आयोग से पंजीकृत प्रदेश की गौशालाओं से खरीद सकते हैं।

गुर्जर ने कहा कि विभाग में प्रयोग की वस्तुएं जैसे खाद, फिनायल, हैंडवाश आदि भी प्रदेश की पंजीकृत गौशालाओं से खरीदी जाएंगी। उन्होंने वन विभाग में इस वर्ष गोमय दीपावली मनाने के लिए गाय के गोबर से बने दीपकों को खरीदने के लिए भी अधिकारियों को निर्देश दिए।

हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग वन विभाग में प्रयोग होने वाले उत्पादों को प्रयोग के लि खरीदने का निवेदन किया, जिसे मंत्री ने तुरंत मान लिया। गर्ग ने कहा कि गौशालाओं में बन रहे उत्पाद प्रयोग करने से प्रदेश की गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने में सहायता मिलेगी और प्रदेश में बेसहारा गोवंश की समस्या से काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।

इस अवसर पर हरियाणा के प्रधान मुख्य वन संरक्षक वी. एस. तंवर ने कहा कि गौ सेवा आयोग से एक अनुबंध हस्ताक्षरित करेंगे, जिसमें हमारे विभाग में प्रयोग होने वाले उत्पाद हरियाणा गौ सेवा आयोग से पंजीकृत गौशालायें बनाती है। विभाग उनसे खरीद का काम करेगा। इस मौके पर आयोग के सचिव डॉ चिरंतन कादयान, वन संरक्षक निवेदिता, गोवंश अनुसंधान केंद्र के ट्रस्टी नवराज धीर, आयोग के तकनीकी सलाहकार सुधीर राणा आदि नेता मौजूद थे। 

 

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Content Writer

vinod kumar

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