ममता शर्मसार : सर्द मौसम में पीपल के नीचे कंबल में बिलखती मिली 20 दिन की नवजात

punjabkesari.in Wednesday, Dec 02, 2020 - 08:46 AM (IST)

फरीदाबाद (सुधीर राघव) : फरीदाबाद में ममता एक बार फिर शर्मसार हो गई। यहां एक निष्ठुर कलयुगी मां ने अपने कलेजे के टुकड़े 20 दिन की नवजात को खेड़ीपुल थाना क्षेत्र में निर्माणाधीन अमृता इंस्ट्रीटयूट ऑफ मेडिकल कॉलेज के समीप एक पीपल के पेड़ के नीचे मरने के लिए छोड़ दिया। बच्ची कंबल में लिपटी हुई थी सुबह 6 बजे के करीब ठंड से ठिठुर रही थी। उसके रोने की आवाज सुनकर राहगीर कंबल के पास पहुंचे और उन्होंने बच्ची को बिलखता देख पुलिस कन्ट्रोल रूम को सूचना दी। सूचना पर खेड़ीपुल थाने के एसआई राजेन्द्र मौके पर पहुंचे और बच्ची को उठाकर बादशाह खान अस्पताल लेकर आए। जहां चिकित्सकों ने उसे गंभीर हालत में नीकू पीकू वार्ड में भर्ती किया।

उल्लेखनीय है कि जिले में नवजातों को फैंकने का यह पहला मामला नहीं है। बीके अस्पताल के रिकॉर्ड के अनुसार हर माह 6 नवजात फैंके जाते हैं। जिसमें से अधिकांश नवजात बेटियां ही होती हैं। इसके लिए राज्य सरकार ने मां की पहचान गोपनीय रखने और बेटियों को फैंकने से बचाने के लिए बाल भवन में पालने लगाए हुए हैं। जहां पालना योजना के अंर्तगत ऐसे माता-पिता अपने नवजातों को उसमें डाल सकते हैं।  

बीके अस्पताल के प्रशासनिक इंचार्ज डॉ राजेश धीमन ने बताया कि बच्ची अस्पताल सोमवार सुबह खेड़ीपुल थाना पुलिस के जरिए अस्पताल लाई गई थी। सर्दी की वजह से बच्ची का शरीर पूरी तरह से ठंडा हो चुका था और उसे हाईपोथर्मिया होने का खतरा बना हुआ है। फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर है और उसे आईसीयू में वार्मर में रखा गया है। ताकि उसके शरीर का तापमान नॉर्मल किया जा सके। बाकि बच्ची दूध पी रही है और सही है। 

खेड़ीपुल थाना इंचार्ज योगवेन्द्र ने बताया कि पुलिस मामले को बड़ी गंभीरता से लिया है और आईपीसी की धारा 317 के तहत 1 साल से 12 साल तक के बच्चें को जान बुझकर मरने के लिए छोडऩे के मामले में केस दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि पुलिस शहर के अस्पतालों और नर्सिंग होम का 2 माह का डाटा खंगाल रही है और क्रॉस टेली करेगी कि नवजात को जन्म देने वाली मां के पास बच्चा है या नहीं। ताकि इस बच्ची के माता-पिता की पहचान की जा सके। 


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Manisha rana

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