गुड़गांव की प्रॉपर्टी हड़पने की अमेरिका में साजिश, फ्रांस और स्विजरलैंड में बने फर्जी दस्तावेज
punjabkesari.in Tuesday, Nov 18, 2025 - 03:38 PM (IST)
गुड़गांव, (ब्यूरो): विदेश में रह रहे दंपत्ति की गुड़गांव में करोड़ों रुपए की संपत्ति हड़पने के लिए एक व्यक्ति ने अमेरिका में बैठकर पूरी साजिश रच डाली। जब एक प्रॉपर्टी डीलर ने उसके पास बिक्री के लिए आई प्रॉपर्टी की डिटेल को वैरिफाई करने के लिए प्रॉपर्टी के असली मालिक से संपर्क किया तो पूरी साजिश का खुलासा हुआ। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच करते हुए एक आरोपी को उस वक्त एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया जब वह लंदन से दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचा था। आरोपी के इस संपत्ति को हड़पने के लिए फ्रांस और स्विजरलैंड में दस्तावेज तैयार किए और गुड़गांव प्रशासन को भेज दिया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया है। आरोपी से पूछताछ जारी है।
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पुलिस के मुताबिक, 3 जनवरी 2023 को एक व्यक्ति ने विदेश से गुड़गांव पुलिस को एक शिकायत दी। यह शिकायत सदर थाना पुलिस के माध्यम से आर्थिक अपराध शाखा को मिली। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसके दो मकान सेक्टर-31 में हैं जिसके वह तथा उसकी पत्नी मालिक हैं। 4 सितंबर 2021 को उनके पास एक प्रॉपर्टी डीलर का फोन आया जिसने बताया कि उनके बेटे करण भटनागर को इन दोनों मकानों के बदले 15 लाख रुपए एडवांस दिए है और मकान की बकाया पेमेंट में से एक करोड़ रुपए वह आरटीजीएस के माध्यम से उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर रहे हैं। इस पर उन्होंने फोन करने वाले प्रॉपर्टी डीलर को बताया कि उनका कोई बेटा नहीं है और न ही उन्होंने यह प्रॉपर्टी बेची है।
ऐसे में वह रुपए ट्रांसफर न करें। इस पर प्रॉपर्टी डीलर ने उन्हें एक जीपीए, पॉजिशन लेटर व पासपोर्ट की फोटो उन्हें भेजी जो कि फर्जी थी। उन्होंने प्रॉपर्टी डीलर को बताया कि यह दस्तावेज न तो उनके हैं और न ही उन्होंने जारी किए हैं। वह तो यूएसए में रहते हैं। इस पर उन्होंने इसकी शिकायत हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण को दी तो उन्हें पता लगा कि उनके कथित बेटे ने यह प्रॉपर्टी पंजाब के रहने वाले लखविंद्र सिंह को ट्रांसफर कर दी है जहां से उन्हें लखविंद्र सिंह और फर्जी करण भटनागर की फोटो मिल गई। उन्होंने बताया कि इसके बाद उनके पास कई प्रॉपर्टी डीलर के फोन आए जो कि नाम बदल-बदल कर उनकी प्रॉपर्टी को बेचने का प्रयास कर रहे हैं। इस शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
जब पुलिस ने लखविंदर सिंह के घर पर रेड की तो पता लगा कि वह साल 2022 में लंदन यूके जा चुका है। इस पर पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों से संपर्क किया और उसे भारत बुलवाया। 17 नवंबर को आरोपी जैसे ही लंदर से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा वैसे ही उसे पुलिस ने काबू कर लिया। आरोपी की पहचान नवा शहर पंजाब निवासी लखविंदर सिंह (31) के रूप में हुई।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी ने पीड़ित दंपत्ति का बेटा करण भटनागर बनकर फ्रांस से उनके नाम से फर्जी पासपोर्ट बलवाए। उन पासपोर्ट के आधार पर एक जर्नल पावर ऑफ अटॉर्नी Konton Obwalden स्विट्जरलैंड से रजिस्टर्ड करवाई तथा जीपीए को एंबेसी के माध्यम से भारत मंगवाकर कलेक्टर कार्यालय, गुड़गांव में रजिस्टर्ड करवा ली। इसके बाद धोखाधडी से इसको HSVP में प्रॉपर्टी की फाइल में संलग्न करवा दिया और फर्जी जीपीए के आधार पर करण भटनागर ने यह प्रॉपर्टी मार्च-2021 में HSVP कार्यालय में आकर लखविंदर सिंह के नाम ट्रांसफर परमिशन रजिस्टर्ड करवा दी।
आरोपी लखविंदर सिंह ने बताया कि यह प्रापर्टी इसे करण भटनागर ने ट्रांसफर करवाई थी और इस प्रॉपर्टी को ट्रांसफर परमिशन के आधार पर वर्ष-2021 व वर्ष-2022 से बार-बार बेचने की कोशिश कर रहा था, फिर यह अक्टूबर-2022 में यह इसकी पत्नी (स्टूडेंट वीजा) के साथ डिपेंडेंट वीजा पर यूनाइटेड किंग्डम चला गया व सितंबर-2025 में इसके डिपेंडेंट वीजा की अवधि खत्म होने पर इसे लंदन से वापिस भेज दिया गया। आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जा रहा है। आरोपी से पूछताछ जारी है।