केंद्रीय सियासत में अब प्रधानमंत्री मोदी के साथ ''कदमताल'' करते नजर आएंगे मनोहर लाल!
punjabkesari.in Monday, Jun 10, 2024 - 09:11 AM (IST)
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चंडीगढ़ : हरियाणा में करीब साढ़े 9 साल तक सरकार चलाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अब केंद्रीय सियासत में भी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे नरेंद्र मोदी के साथ कदम ताल करते हुए नजर आएंगे। हालांकि इस नए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बात करें तो हरियाणा से जहां 3 चेहरों को शामिल किया गया है तो वहीं संगठन और सरकार का अनुभव हासिल करने वाले मनोहर लाल खट्टर भी इसी मंत्रिमंडल में विशेष जगह पा चुके हैं और इस प्रकार मनोहर लाल ने अब केंद्रीय मंत्री के तौर पर रविवार से अपनी नई पारी की शुरूआत कर दी है।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि संगठन व सरकार में लंबा अनुभव रखने वाले खट्टर दिल्ली और हरियाणा के बीच बतौर कैबिनेट मंत्री एक मजबूत कड़ी की भूमिका अदा कर सकते हैं क्योंकि करीब 4 माह बाद हरियाणा में भी विधानसभा चुनाव होने । ऐसे में लगभग तय है कि प्रदेश में तीसरी बार सरकार बनाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व खट्टर को हरियाणा में सरकार निर्माण के लिए विशेष जिम्मेदारी दे सकता है। इसके पीछे एक बड़ा कारण जहां खट्टर प्रति पार्टी हाईकमान के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमित शाह का लगातार मजबूत होता भरोसा है तो वहीं बतौर मुख्यमंत्री उन द्वारा किए गए कार्यों में भी वे सियासत के मजबूत स्तंभ बनकर उभरे हैं।
इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करीब 3 दशक पुराने संबंध व संघ से प्रगाढ़ रिश्ते भी उनके सियासत में आगे बढ़ने में मददगार साबित हुए। वर्ष 2014 में जहां उन्हें सूबे के सियासी दंगल में करनाल विधानसभा क्षेत्र से उतारा तो वहीं बहुमत हासिल होने के बाद सरकार की भी कमान उन्हीं के हाथों सौंपी। लगातार साढ़े 9 साल तक वे प्रदेश के मुखिया की भूमिका में रहे और लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें मुख्यमंत्री पद मुक्त कर संसदीय चुनाव मैदान में करनाल लोकसभा से उतार दिया गया। उस वक्त जब उन्हें करनाल सीट से भाजपा ने उम्मीदवार बनाया था तो तभी से सियासी गलियारों में कयासों का दौर शुरू हो गया था कि भविष्य में खट्टर कमजोर नहीं बल्कि और सशक्त होकर उभरेंगे और उन्हें तीसरी बार मोदी सरकार बनने की स्थिति में या तो पॉवरफुल कैबिनेट मंत्री बनाया जा सकता है या फिर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है और अब कयासों के अनुसार ही उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में खास स्थान दिया गया है।
विश्वास के सहारे सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए खट्टर
प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय मंत्री शाह के साथ खट्टर के रिश्ते प्रगाढ़ हैं तो वहीं मोदी के साथ भी उनका एक अपनेपन का रिश्ता रहा है। इस बात का जिक्र खुद प्रधानमंत्री ने कई बार सार्वजनिक मंचों के जरिए भी किया है। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री मोदी जब 1996 में हरियाणा के प्रभारी थे तब खट्टर संगठन मंत्री हुआ करते थे और इसी दौरान दोनों एक दूसरे के नजदीक आए और ये नजदीकियां इस कदर विश्वास में तब्दील हुई कि मनोहर लाल मुख्यमंत्री व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के पद तक पहुंच गए और उन्होंने सफलता की ये सीढियां बिना पीछे मुडक्कर देखे चढ़ी और हाईकमान प्रति अपने रिश्तों को भी और मजबूत किया।
इसके अलावा अमित शाह ने भी हरियाणा प्रवास दौरान इस तथ्य को पुख्ता किया है कि खट्टर प्रति भाजपा के शोर्य नेतृत्व का विशेष लगाव है। यही बड़ी वजह है कि साल 2014 में नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद खट्टर को हरियाणा के विधानसभा चुनाव में ले आए और उन्हें करनाल विधानसभा क्षेत्र से उतारा। भाजपा ने अपने बूते पहली बार 47 सीटें हासिल कर प्रदेश में सरकार बनाई और सरकार की जिम्मेदारी बतौर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को दी। 2019 में दूसरी बार सरकार बनने के बाद भी खट्टर ही मुख्यमंत्री रहे मगर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले मार्च माह में हाईकमान ने मनोहर लाल खट्टर की जगह नायय सैनी को मुख्यमंत्री की कमान सौंप दी और लोकसभा चुनावों की जिम्मेदारी देते हुए खट्टर को करनाल लोकसभा चुनाव से मैदान में उतार दिया।
हरियाणा पर रहेगा विशेष फोकस
बेशक भाजपा का शीर्ष नेतृत्व खट्टर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में ले गया है मगर एक बड़ा तथ्य ये है कि इस बड़ी जिम्मेदारी के साथ-साथ पार्टी नेतृत्व का विशेष फोकस हरियाणा की राजनीति पर भी हे और ऐसे में लोकसभा चुनावों की मानिंद केंद्रीय मंत्री खट्टर को इसीच र्प अक्तूबर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भी चुनाव प्रबंधन व रणनीतिकार की अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। लिहाजा आने वाले विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत भी माना यही जा रहा है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में जहां प्रचार की उन पर बड़ी जिम्मेदारी होगी वहीं टिकट वितरण से लेकर नीति निर्धारण तक बतौर कैबिनेट मंत्री मनोहर लाल उट्टर एक निर्णायक भूमिका में नजर आ सकते हैं।
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