कोविड से निपटने के लिए अस्पातालों में मॉक ड्रिल हुई आयोजित, सभी तरह की व्यवस्थाओं को की गई दुरुस्त
punjabkesari.in Tuesday, Dec 27, 2022 - 06:22 PM (IST)

भिवानी: कोविड-19 से संबंधित किसी भी प्रकार के विपरीत हालात से निपटने के लिए आज देश भर के सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई। इस मॉक ड्रिल के माध्यम से कोविड की संभावित लहर से निपटने बारे की गई तैयारियों की गहनता से जांच की गई। मॉक ड्रिल में प्रशिक्षित स्वास्थ्य पेशेवरों, ऑक्सीजन की उपलब्धता, एंबुलेंस की व्यवस्था, स्वास्थ्य कर्मियों की तत्परता, कोविड वार्ड की व्यवस्था, ऑक्सीजन युक्त बैड, कोविड आइसोलेशन बैड क्षमता सहित अन्य फ्रंट लाईन कार्यकर्ताओं की उपलब्धता व उनकी कार्यशैली की जांच की गई। यह मॉकड्रिल कार्यक्रम भिवानी जिला के चौ. बंसीलाल सामान्य अस्पताल में चलाया गया। जिसमें ट्रामा सेंटर से लेकर आइसोलेशन वार्ड तक तथा मरीज को स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने तक की व्यवस्था की प्रक्रिया अपनाई गई।
मॉकड्रिल कार्यक्रम तहत आरएमओ डॉ. मनीष श्योराण, भिवानी जिला कोविड निगरानी अधिकारी डॉ. दीपक व वरिष्ठ एपीडोनोमिस्ट ज्योति अग्रवाल ने मॉक ड्रिल कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भिवानी जिला में प्राइवेट अस्पतालों को मिलाकर कुल 461 ऑक्सीजन युक्त बैड है। जिला में 49 वेंटिलेटर तथा कोविड मरीजों को लाने-ले जाने के लिए 26 एंबुलेंस चालू स्थिति में है। उन्होंने बताया कि भिवानी जिला की 22 पीएचसी, 7 सीएचसी व 3 सब डिविजनल अस्पतालों में कोविड मरीजों को भर्ती करने की व्यवस्था है। इसके साथ ही जिला के 15 प्राईवेट अस्पतालों को भी कोविड ट्रीटमेंट के लिए चिह्नित कर वहां बैड आरक्षित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि हर पीएचसी स्तर पर 2 ऑक्सीजन स्पोर्टड बैड तथा हर सीएचसी स्तर पर 4 ऑक्सीजन स्पोर्टड आइसोलेशन बैड है। भिवानी जिला मुख्यालय पर 45 चिकित्सक व 145 स्टॉफ नर्स कोविड मरीजों की सेवा के लिए उपलब्ध है। इसके अलावा यदि जिला में किसी स्थान पर कोविड के ज्यादा केस मिलते है तो उस स्थिति में तीन मेडिकल मोबाइल यूनिट इमरजेंसी कैंप लगाने के लिए भी तैयार की गई हैं। इसके साथ ही फ्लू कॉर्नर में कोविड की जांच की व्यवस्था की गई हैं। आज के मॉकड्रिल कार्यक्रम के माध्यम से हर स्तर पर कोविड से निपटने की स्थितियों की जांच की गई हैं।
उन्होंने बताया कि चाईना में जिस प्रकार से कोविड बढ़ा है, उसके लिए ये विशेष ऐतिहात बरते गए है। लोगों को चाहिए कि वे कोविड से घबराए नहीं, बल्कि कोविड से बचने के लिए निश्चित दूरी अपनाने, मास्क का प्रयोग करने व सैनिटाइजर का प्रयोग कर इसे फैलने से रोकने की तरफ ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग हरियाणा आइसोलेशन बैड, ऑक्सीजन युक्त बैड, आईसीयू बेड व वेंटिलेटर के साथ डॉक्टरों, नर्सो, पैरा मेडिकल स्टाफ व आंगनबाड़ी वर्करों सहित फ्रंट लाईन वर्करों की टीम के साथ पूर्णतया कोविड से निपटने के लिए तैयार है। वही अस्पताल में पहुंचे आम नागरिक नरेश, नितेश व रमेश ने कहा कि कोविड को लेकर अस्पताल प्रशासन ने जो मॉक ड्रिल की है, वह स्वास्थ्य विभाग द्वारा उठाया गया बेहरतनी कदम है। किसी भी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों को वे पर्याप्त मानते हैं।