नए DGP ओपी सिंह का हरियाणा पुलिस के जवानों के नाम लेटर, लिखा- दगा करे वो किसी से तो शर्म आए मुझे
punjabkesari.in Thursday, Oct 16, 2025 - 01:08 PM (IST)

डेस्क: हरियाणा के नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह ने पुलिसकर्मियों को मोटिवेट करने के लिए एक लेटर जारी किया है। इस लेटर में डीजीपी ने कतील शिफाई का एक शेर भी लिखा है- "वो मेरा दोस्त है सारे जहाँ को है मालूम, दया करे वो किसी से तो शर्म आए मुझे।"
उन्होंने पत्र लिखा कि गौरवशाली हरियाणा पुलिस के प्रिय साथियों, हमारे देश का एक गौरवशाली अतीत रहा है। प्राचीन काल में नदी घाटी सभ्यता होने के कारण हम सबसे समृद्ध थे। इसी कारण सीमा पार से हम पर बड़े हमले हुए। हमने सदियों गुलामी झेली। आज़ादी कुछ ही दशकों की बात है। इस थोड़े समय में हम गरीबी, बीमारी और अशिक्षा से काफ़ी हद तक उबरने में सफल हुए हैं।
देश और प्रांत निर्वाध तरक्की करे, इसके लिए सुरक्षा बलों के हमारे हज़ारों साथियों ने अपने प्राणों की आहुति दी है। अकेले हरियाणा में अब तक हमारे चौरासी साथी वीरगति को प्राप्त हुए हैं। मैं उनके सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।
हिंसा और छलावा प्रकृति के स्वभाव में है। सभ्य जीवन इसके विरुद्ध अपराध तंत्र का सतत संघर्ष है। प्रजातंत्र का आश्वासन है कि शेर और बकरी एक ही घाट में पानी पियें और शेर को अपनी ताक़त का गुमान ना हो और ना ही बकरी को अपने कमज़ोरी का मलाल। ये सुनिश्चित करने की ज़िम्मेवारी पुलिस को मिली है।
कुछ लोग इस सामाजिक और क़ानूनी करार को कभी-कभी नहीं मानते। हमारा काम उनको घर-घर, गली-गली, गाँव-गाँव, रास्ते-डगर, शहर-शहर रोकना है। मैं चाहूँगा कि अपने दिन-प्रतिदिन के कार्यों में आप राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका को देखें। आपके कारगर होने से लोग चैन की साँस लेते हैं, कारोबार को बढ़ावा मिलता है, लोगों को रोज़गार मिलता है, समाज व्यवस्थित एवं देश आत्मनिर्भर होता है।
मैं ये भी चाहूँगा कि अपने आचरण-व्यवहार से आप दूसरों के लिए प्रेरणा और विश्वास का श्रोत बनें। इस बात को समझें कि लोगों ने पीढ़ी-दर-दर बहुत सहा है। आपसे उनको राहत, संरक्षण और सहयोग चाहिए।
क़तील शिफ़ाई का एक शेर है:
"वो मेरा दोस्त है सारे जहाँ को है मालूम
इतिहास के इस दौर ने जब आपको राष्ट्र-निर्माण में अग्रणी भूमिका दी है, मुझे पूरा विश्वास है कि आप इस पर खरे उतरेंगे। सही और ग़लत में आप सही की हमेशा रक्षा करेंगे। क़ीमत जो भी चुकानी पड़े।