कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के निर्माण में अमर शहीद लाला जगत नारायण ने अहम भूमिका निभाई: नीता

punjabkesari.in Wednesday, Sep 09, 2020 - 08:18 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. नीता खन्ना ने अमर शहीद लाला जगत नारायण की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि कलम के सिपाही ने अपनी जान की परवाह किए बिना देश हित के लिए लेखनी चलाकर देश की एकता व अखंडता बनाए रखी। नई पीढ़ी को उनसे  प्रेरणा लेनी चाहिए।  

हिंद समाचार पत्र समूह के संस्थापक लाला ने पत्रकारिता के साथ-साथ समाजिक कार्यों में भी जनता की सेवा की। 80 के दशक में जब पूरा पंजाब आंतक की आग में जल रहा था तो उस दौर में भी कलम के सिपाही एवं देश भावना से प्रेरित लाला जी ने अपने बिंदास लेखन से आंतकवाद के मंसूबों को उजागर किया और पंजाब में शांति कायम करने का भरसक प्रयास किया। परंतु समय को कुछ और मंजूर था। 

9 सितंबर 1981 को सच्चे देशभक्त एवं निर्भीक पत्रकार लाला की हत्या कर दी गई। लाला ने स्वतंत्रता संग्राम में भी अपना भरपूर योगदान दिया। शिक्षा मंत्री रहते हुए लाला ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए भी अपना भरपूर योगदान दिया। लाला के अथक प्रयासों के कारण ही इस विश्वविद्यालय की नींव रखी गई थी। 

आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय उत्तरी भारत मैं शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी विश्वविद्यालय माना जाता है। डॉक्टर नीता खन्ना का कहना है कि आज पंजाब केसरी पत्र समूह उसी तरह से जनता की सेवा कर रहा है। पत्रकारिता के साथ-साथ समाज सेवा के क्षेत्र में भी पूरे देश में नए आयाम स्थापित किए हैं। 

शहीद परिवार फंड व अन्य फंडों के माध्यम से आंतक से पीड़ित परिवारों तथा प्राकृतिक आपदा से प्रभावित व्यक्तियों की भी अमूल्य सहायता की जा रही है। लाला की चौथी पीढ़ी भी इसी कार्य में जुटी हुई है और लोगों की सेवा कर रही है। कुरुक्षेत्र से लाला को अटूट प्रेम था। पूर्व प्रधानमंत्री गुलजारी लाल नंदा, देवीदयाल नन्हा व अन्य समाजसेवियों के साथ मिलकर लाला ने कुरुक्षेत्र क्षेत्र के विकास में भी अपना भरपूर योगदान दिया।


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vinod kumar

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