पेरिस ओलंपिक ट्रायल में विनेश की डिमांड से खड़ा हुआ बखेड़ा, 3 घंटे देरी से शुरू हुई कुश्ती

punjabkesari.in Monday, Mar 11, 2024 - 07:04 PM (IST)

डेस्कः पेरिस ओलंपिक को लेकर पटियाला में चल रहे वुमेंस रेसलिंग ट्रायल में स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने अपनी डिमांड को लेकर बखेड़ा खड़ा कर दिया। जिसके कारण घंटो की देरी से ट्रायल शुरू हुआ। विनेश की डिमांड के कारण 50 किलोग्राम भार वर्ग का ट्रायल देने आए खिलाड़ियों को लंबा इंतजार करना पड़ा। 

दरअसल विनेश फोगाट पटियाला के स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के सेंटर में पेरिस ओलंपिक में 50 किलोग्राम भार वर्ग में ट्रायल देने पहुंची थी। यहां उन्होंने एडहॉक कमेटी के अधिकारियों के सामने पेरिस ओलंपिक से पहले 53 किलोग्राम भार वर्ग के ट्रायल की डिमांड रख दी। उन्होंने इसके लिए एडहॉक कमेटी से लिखित आश्वासन की मांग की। जिसके कारण कमेटी के सदस्य अजीब स्थिति में फंस गए। हालांकि काफी देर चले वाद-विवाद के बाद एडहॉक कमेटी ने विनेश को लिखित आश्वासन दे दिया। 

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जानकारी के अनुसार पूर्व कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर प्रदर्शन करने वाली विनेश इससे पूर्व 53 किलोग्राम भार वर्ग में उतरती थीं। लेकिन उस वर्ग में अंतिम पंघाल को कोटा मिलने के कारण उसने अपना भारवर्ग कम किया। 

आईओए द्वारा गठित तदर्थ समिति पहले ही कह चुकी है कि 53 किलो वर्ग के लिये अंतिम ट्रायल होगा जिसमें इस भारवर्ग के शीर्ष चार पहलवान उतरेंगे। ट्रायल के विजेता को अंतिम से मुकाबला करना होगा और उसमें विजयी रहने वाली पहलवान भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।

ट्रायल के दौरान मौजूद एक कोच ने कहा,"विनेश सरकार से आश्वासन चाहती हैं। विनेश को डर है कि यदि कुश्ती संघ के हाथों में फिर कुश्ती की कमान आ गई चयन नीति बदल सकती है। इसलिए वह सरकार से आश्वासन चाहती हैं। जिससे बाद में किसी प्रकार का विवाद न हो इसलिए वह अपने मौके की सेफ्टी के लिए वह यह रास्ता अपना रहीं हैं। वह अगर 50 किलो ट्रायल में हार गई तो यह सुनिश्चित करना चाहती है कि 53 किलो में भी दौड़ में बनी रहे। उनका कहना है कि यह चयन का मामला है, सरकार इसमें कैसे दखल दे सकती है। 

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Content Editor

Saurabh Pal

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