जीवन पर संकट पैदा कर रही प्लास्टिक थैलियां, निगम कर रहा खानापूर्ति

punjabkesari.in Sunday, Feb 23, 2020 - 02:18 PM (IST)

रोहतक (मैनपाल) : शहर समेत आसपास के कस्बों में प्लास्टिक की थैलियां धड़ल्लें बिक रही हैं। प्लास्टिक थैलियां का प्रदूषण लैवल को बढ़ाने में बहुत बड़ा योगदान है। इतना ही नहीं जिले में प्रदूषण में लैवल कई बार खतरे की निशान से ऊपर जा चुका है। इसके बावजूद नियमों को सख्ती से लागू करने में जिला प्रशासन पूरी तरह से फेल रहा। हालात यह है कि हर चौक चौराहे समेत छोटी-बड़ी दुकानों पर प्लास्टिक की थैलियां बिक रही हैं, ऐसा नहीं कि यह सब प्रशासन के संज्ञान में नहीं है।

इसके बावजूद निगम प्रशासन का लचीला रैवेया जिलावासियों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है। हालांकि, प्रशासनिक अधिकारियों दावा है कि वे प्लास्टिक को बिलकुल समाप्त करने की दिशा में विशेष कदम उठा रहे हैं। कई वार्डों में जूट के थैले नि:शुल्क बांटे गए हैं।

विशेषज्ञों की माने तो आज पर्यावरण के साथ ही पूरे जीव-जगत के लिए भी संकट का रूप ले चुके प्लास्टिक यानी पॉलीथिन के उपयोग को लेकर जिले में स्थिति काफी भयावह हो चुकी है। हालात का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि निगम की गाडिय़ों लगभग प्रतिदिन 200 टन कूड़े कचरे को शहर से बाहर डालकर आती है जिसमें अनुमानत 70 फीसदी पॉलीथिन की थैलियां ही होती हैं। 


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Isha

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