नशे के बारे में शख्स ने दी सूचना, पुलिस ने ट्विटर और व्हाट्सएप से ही कर दिया ब्लॉक
punjabkesari.in Friday, Feb 05, 2021 - 02:17 PM (IST)
फतेहाबाद (रमेश): हरियाणा के फतेहाबाद में एक बार फिर से पुलिस नशे के खिलाफ कार्यवाही नहीं करने को लेकर चर्चा का विषय बन गई है। आईपीएस संगीता कालिया के बाद फतेहाबाद में मौजूदा एसपी आईपीएस राजेश कुमार पर नशे की सूचना देने वाले को व्हाट्सएप पर ब्लॉक करने और ट्विटर पर फतेहाबाद पर ब्लॉक करने के आरोप लगे हैं। यह आरोप लगाए हैं फतेहाबाद के चांदपुरा गांव के रहने वाले रामचंद्र नाम के एक व्यक्ति ने।
रामचंद्र के मुताबिक उन्होंने नशे के खिलाफ फतेहाबाद पुलिस की मुहिम से प्रभावित होकर एसपी आईपीएस राजेश कुमार को उनके सरकारी व्हाट्सएप नंबर पर नशा सप्लाई करने वालों के बारे में गुप्त सूचना से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भेजी थी, लेकिन एसपी ने उन्हें व्हाट्सएप पर ब्लॉक कर दिया। वहीं दूसरी तरफ जब फतेहाबाद पुलिस के ट्विटर हैंडल पर नशे से संबंधित जानकारी शेयर की गई तो टि्वटर हैंडल पर भी रामचंद्र को ब्लॉक कर दिया। रामचंद्र ने सवाल उठाया है कि क्या नशे के बारे में पुलिस को सूचना देना कोई गलत काम है, जो उन्हें पुलिस की ओर से ब्लॉक किया जा रहा है।
नशे के बारे में जानकारियों के बाद व्हाट्सएप और टि्वटर हैंडल पर ब्लॉक किए जाने से हरियाणा की फतेहाबाद पुलिस सवालों के घेरे में ठीक उसी तरह से है जैसे नवंबर 2015 में तत्कालीन फतेहाबाद के एसपी आईपीएस संगीता कालिया के साथ तत्कालीन हरियाणा सरकार के मंत्री अनिल विज को नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई के संबंध में सवाल पूछने को लेकर तकरार हो गई थी।
2015 में आईपीएस संगीता कालिया भी मंत्री अनिल विज को नशे के खिलाफ कार्रवाई को लेकर संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दे सकी थी और ठीक इसी तरह अब आईपीएस राजेश कुमार पर यह आरोप लग रहे हैं कि नशे के खिलाफ शिकायत करने वाले को सरकारी व्हाट्सएप नंबर पर ब्लॉक कर दिया गया साथ में फतेहाबाद पुलिस के सरकारी ट्विटर हैंडल पर भी ब्लॉक कर दिया गया। शिकायतकर्ता रामचंद्र ने डीजीपी और सरकार से पूछा है कि क्या नशे के खिलाफ पुलिस को सूचना देना गलत है?
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