ये पुलिसकर्मी समाज के लिए बना मिसाल, सगाई में 11 लाख रूपये कैश और 15 तोले सोना लौटाया

punjabkesari.in Tuesday, Nov 18, 2025 - 09:20 PM (IST)

झज्जर : झज्जर जिले के सुलौधा गांव से दहेज प्रथा के विरोध में एक प्रेरणादायक उदाहरण सामने आया है। हरियाणा पुलिस में तैनात सिपाही पंकज यादव ने अपनी सगाई के दौरान कन्या पक्ष से मिली 11 लाख से अधिक नकद राशि और 15 तोले सोने-चांदी के आभूषण वापस लौटाकर समाज में सकारात्मक संदेश दिया है। पंकज ने वधू पक्ष से शगुन के तौर पर केवल एक रुपया स्वीकार किया। उनकी शादी 18 नवंबर को रेवाड़ी के उस्मानपुर निवासी विक्रम बादव की बेटी तमन्ना यादव से होगी।

जानकारी के अनुसार, उस्मानपुर गांव की तमन्ना का रिश्ता लेकर जब परिवार सुलौधा पहुंचा तो वे लाखों रुपये और जेवर लेकर आए थे। लेकिन पंकज के दादा कैप्टन अमीर सिंह और पिता धर्मवीर यादव ने दहेज के बजाय केवल एक रुपये का शगुन लेकर पूरा सामान वापस कर दिया। इस कदम से गांव और आस-पड़ोस में परिवार की प्रशंसा हो रही है।

सामाजिक बदलाव के लिए जाना जाता गांव

सुलौधा गांव हमेशा से सामाजिक बदलाव के लिए जाना जाता रहा है। गांव के शिक्षाविद राजवीर यादव बताते हैं कि यहां ग्रामीणों ने अपनी पहल से प्राथमिक स्कूल की जर्जर हालत को सुधारकर उसे दसवीं तक अपग्रेड करवाया। कप्तान जगमाल सिंह की अगुवाई में ग्रामीणों ने श्रमदान करते हुए 10 कमरे बनवाए। इसके अलावा दादा जोहड़ बाला मंदिर निर्माण के लिए गांव ने मात्र एक दिन में घर-घर से एक करोड़ रुपये जुटाए थे।

पंकज को गांव से ही मिली प्रेरणा

पंकज ने भी अपने परिवार की सोच से प्रेरित होकर बिना दहेज शादी का निर्णय लिया, जिसकी पूरे क्षेत्र में चर्चा है। वहीं पूर्व प्रधान वीरेंद्र दरोगा का कहना है कि समाज यदि ऐसी ही सोच अपनाए तो बेटा-बेटी में भेदभाव समाप्त होगा और भ्रूण हत्या जैसी कुरीतियां भी खत्म हो जाएंगी।

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Content Writer

Yakeen Kumar

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