किसानों के प्रदर्शन के चलते जल्द बढ़ सकते हैं दाम, सब्जियों की आवक पर पड़ रहा असर

punjabkesari.in Sunday, Nov 29, 2020 - 08:33 PM (IST)

फरीदाबाद (सूरजमल): किसान आंदोलन की वजह से मंडियों में सब्जियों की आवक पर भी असर पडऩे लगा है।  जिन रास्तों से पंजाब, हरियाणा के साथ हिमाचल प्रदेश से सब्जियां आती थी। उन रास्तों में किसानों के वाहन खड़े हैं इनके पीछे सब्जियों से लदी गाडियां खड़ी है। सब्जियों से लदे वाहनों का मंडी तक पहुंचना मुश्किल है। आंदोलन बढऩे पर दिल्ली में फल-सब्जियों के दाम आसमान छू सकते हैं। किसान आंदोलन की वजह से सीमा से इन सब्जियों से लदे वाहन मंडियों में मुश्किल से पहुंच रहे हैं। इससे इनके भाव में तेजी आ गई। 



मंडी में भिंडी, टिंडा और तोरी क्रमश 15 रुपये से लेकर 25 रुपये और 25 रुपये से लेकर 30 रुपये प्रतिकिलो की दर से थोक भाव में मिल रहे हैं। चूंकि, मंडी में आलू, प्याज और टमाटर का स्टॉक पहले से मंडियों में मौजूद है। थोक में आलू 30 रुपये से 36 रुपये, प्याज 25 से 35 रुपए और टमाटर 18 रुपए से 32 रुपये तक प्रतिकिलो की दर से उपलब्ध है। लेकिन, दो तीन दिन में सीमाएं नहीं खोली गई तो इन सब्जियों के भाव बढऩा तय माना जा रहा है।



वहीं दिल्ली की आजादपुर मंडी में पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से फलों और सब्जियों की आपूर्ति पर किसान आंदोलन के कारण असर पड़ा है। मंडी के काराबारियों ने बताया कि किसान आंदोलन को लेकर जगह-जगह जाम होने से फलों और सब्जियों की आपूर्ति बाधित हुई है। शहर में अधिकतर आढ़ती व सब्जी वाले दिल्ली से ही सब्जियां लेकर आते हैं ऐसे में दिल्ली आना व जाना काफी मुश्किल हो रहा है, जिसके कारण इसका असर सब्जियों पर दिखाई देने लगा है। आंदोलन की वजह से जगह-जगह जाम लगने से ट्रकों की आवाजाही प्रभावित हुई है, जिससे आवश्यक वस्तुओं व जल्द खराब होने वाली वस्तुओं का निर्बाध परिवहन नहीं हो पा रहा है।


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Shivam

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