गोहाना में PTI टीचरों का जबरदस्त हंगामा, सांसद रमेश कौशिक की गाड़ी का किया घेराव(VIDEO)
punjabkesari.in Sunday, Jun 14, 2020 - 06:29 PM (IST)
गोहाना (सुनील): प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी दुसरी बार सतासीन हुई। सरकार में निर्दलीय विधायक से मंत्री बने रणजीत सिंह चौटाला पहली बार गोहाना के सिचांई विभाग के विश्राम गृह पहुंचे, जहां उन्होंने बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों का निपटान करने के लिए दरबार लगाया। मगर दरबार शुरु होने से पहले ही धरने और विरोध प्रदर्शन का स्थल बन गया।
विश्राम गृह के अंदर मंत्री लोगों की समस्याएं सुन रहे थे, तो वहीं बाहर हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय से हटाए गए पीटीआई शिक्षकों का काली पटी बांधकर थाली फोड़ विरोध और धरना जारी रहा। शिक्षक अंदर जाने के लिए घंटों तक तपती गर्मी में पुलिस के साथ जद्दोजहद करते रहे, मगर विश्राम गृह के दोनों गेटों को बंद करके पुलिस कर्मी तैनात कर दिए गए।
सांसद रमेश काैशिक की गाड़ी का किया घेराव
इस बीज शिक्षक काली पटी और काली चुंदड़ी तथा थाली बजाते हुए अचानक विश्राम गृह के गेट पर पहुंचे गए, जिसे देखकर पुलिस के हाथ पांव फूल गए तथा किसी तरह से उन्हें गेट पर रोक दिया। इस दाैरान प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री व उपमुख्यमंत्री के मुर्दाबाद के नारे लगाए। कार्यक्रम खत्म होने से पहले ही जनता दरबार में पहुंचे सोनीपत के सांसद रमेश काैशिक वहां हो रहे विरोध को देखते हुए जनता दरबार को बीच में छोड़ कर निकल लिए, लेकिन जैसे ही रमेश कौशिक की गाड़ी ने रेस्ट हाउस से बाहर निकलने की कोशिश की तो हटाए गए पीटीआई टीचरों ने गाड़ी का घेराव कर दिया।
पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का मुक्की हुई
उन्होंने काले बिले व चुनी दिखाते हुए सांसद के खिलाफ नारेबाजी शुरु कर दी। इस बीच जब पुलिस ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को हटाने की कोशिश की तो वहां पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का मुक्की शुरु हो गई। किसा तरह पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से जबरदस्ती हटाया। वहीं दरबार निपटान के बाद बिजली मंत्री तुरंत शिक्षकों से मिलने पहुंचे और उनकी बात सुनी। इस दौरान कई बार शिक्षकों और मंत्री के बीच बहस हुई। उन्होंने कहा कि वह टीचरों की बात को सीएम तक पहुंचा देंगे।
सरकार अगर सही पक्ष रखती तो कोर्ट कभी भी शिक्षकों को हटाने का निर्णय नहीं लेता
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जिन शिक्षकों को दस-दस साल नौकरी करते हुए हो गए, अब उन्हें परीक्षा देकर पास होने की शर्त लगाकर दोबारा से भर्ती प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा। जबकि इन दिनों हमारे बच्चे परीक्षा देने के योग्य हो गए हैं। सरकार अगर अदालत में सही पक्ष रखती तो कोर्ट कभी भी शिक्षकों को हटाने का निर्णय नहीं लेता, मगर सरकार ने जानबुझकर अपना पक्ष सही नहीं रखा। ऐसे में वे अपना संघर्ष जारी रखेगें।
भाजपा नौकरी कर रहे कर्मचारियों को घर बैठाने का काम कर रही
भाजपा की सरकार जब से बनी है नौकरी दे नहीं रही, बल्कि नौकरी कर रहे कर्मचारियों को घर बैठाने का काम कर रही है। जब तक सरकार उनकी बहाली नहीं करती, तब तक वे अपना संघर्ष जारी रखेंगे। वहीं महिला टीचरों ने आरोप लगाया है कि उनके साथ पुलिसकर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार किया है।
पीटीआई टीचरों बहाली की मांग को लेकर 18 जून को टीचरों की 11 सदस्यों की टीम के साथ सीएम मीटिंग करेंगे
जब बिजली मंत्री से महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर बात की तो मंत्री विरोध का तरीका समझाने लगे और कैमरे के सामने दुर्व्यवहार वाली बात पर बचते नजर आएं। उन्होंने कहा कि वे आपकी बात को सीएम तक पहुंचा देगें। बिजली मंत्री ने पीटीआई टीचरों बहाली की मांग को लेकर कहा कि 18 जून को टीचरों की 11 सदस्यों की टीम के साथ सीएम मीटिंग करेंगे। मीटिंग में वह और संजय भाटिया के साथ विभागीय अधिकारी भी शामिल होंगे। इसमें टीचरों की मांग को लेकर चर्चा होगी।