सूरजकुंड मेले के दूसरे वीकएंड पर उमड़ी भीड़ , राजस्थानी लोक नृत्य ने किया मंत्रमुग्ध

punjabkesari.in Sunday, Feb 09, 2020 - 12:04 PM (IST)

फरीदाबाद (पूजा शर्मा): 34वें अंतराष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में दूसरे वीकएंड पर में काफी संख्या में लोग मेले में पहुंचे। इस दौरान जाम की समस्या से भी लोगों को जूझना पड़ा लेकिन लोगों ने मेले में जमकर मस्ती की। वहीं शनिवार को सांय आयोजित राजस्थानी सांस्कृतिक संध्या में राजस्थान के लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने ऐसा समां बांधा कि दर्शक मंत्रामुग्ध हो गये। कहीं सेल्फी लेते युवा दिखाई दिए तो कहीं विभिन्न हस्तशिल्पी के कद्रदान लोगों ने खरीददारी की। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्र्रमों का लुत्फ उठाते हुए लोग जमकर थिरके। बंचारी की नगाड़ा टीम की थाप पर युवाओं ने ऐसी तान छ़ेड़ी कि लोगों की भीड़ इकठ्ठी हो गई। वहीं फूड स्टॉल्स पर भी काफी रौनक नजर आई।

सूरजकुंड मेले के दूसरे वीकएंड पर लोगों की भीड़ देखकर हस्तशिल्पियों के चेहरे खिले नजर आए। सूरजकुंड मेले में सार्क देश जहां पर्यटकों को काफी लुभा रहे हैं वहीं अलग-अलग प्रांतों की अनूठी हस्तकला देख पर्यटक दांतों तले उंगली दबाने पर विवश हो रहे हैं। सूरजकुंड मेले में शनिवार को युवाओं की संख्या काफी अधिक नजर आई। देश के कोने-कोने से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पर्यटकों ने आकर मेले का आनंद लिया। मेले में आए लोगों का कहना है कि सूरजकुंड मेले में आने वाले लोगों का कहना है कि यहां किफायती दामों पर असली हस्तनिर्मित उत्पाद मौजूद हैं जिनकी क्वालिटी काफी अच्छी है। मेले में कई जगह सेल्फी प्वाइंट बने हैं। ऐसे में सेल्फी का क्रेज भी दर्शकों के सिर चढ़ कर बोला। दिल्ली में राजस्थान पर्यटक स्वागत केन्द्र की अतिरिक्त निदेशक डॉं. गुणजीत कौर ने बताया कि मेले के चौपाल मंच पर दो घंटे से भी अधिक चले सांस्कृतिक कार्यक्रम में राजस्थान की विश्व प्रसिद्ध कालबेलियां नृत्यांगनाओं सहित प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आये लोक कलाकारों ने ऐसा समां बांधा कि दर्शक नयनाभिराम प्रस्तुतियां देखने में मग्न हो गये।

कलाकारों के भवई नृत्य, कच्छी घोड़ी नृत्य आदि को दर्शकों ने खूब सराहा। उन्होंने बताया कि जोधपुर के रफीक लंगा द्वारा प्रस्तुत खडताल वादन एवं गायन और भरतपुर के  गफरूद्दीन मेवाती द्वारा प्रस्तुत भपंग वादन ने दर्शकों को पूर्ण आनंदित किया। सूरजकुंड मेले के दूसरे वीकएंड पर   उमड़ी भीड़मेले की चौपाल पर राजस्थानी लोक नृत्य ने किया मंत्रमुग्धफरीदाबाद, 8 फरवरी (पूजा शर्मा): 34वें अंतराष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेले में दूसरे वीकएंड पर में काफी संख्या में लोग मेले में पहुंचे। इस दौरान जाम की समस्या से भी लोगों को जूझना पड़ा लेकिन लोगों ने मेले में जमकर मस्ती की। वहीं शनिवार को सांय आयोजित राजस्थानी सांस्कृतिक संध्या में राजस्थान के लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने ऐसा समां बांधा कि दर्शक मंत्रामुग्ध हो गये। कहीं सेल्फी लेते युवा दिखाई दिए तो कहीं विभिन्न हस्तशिल्पी के कद्रदान लोगों ने खरीददारी की। वहीं सांस्कृतिक कार्यक्र्रमों का लुत्फ उठाते हुए लोग जमकर थिरके। बंचारी की नगाड़ा टीम की थाप पर युवाओं ने ऐसी तान छ़ेड़ी कि लोगों की भीड़ इकठ्ठी हो गई। वहीं फूड स्टॉल्स पर भी काफी रौनक नजर आई।

सूरजकुंड मेले के दूसरे वीकएंड पर लोगों की भीड़ देखकर हस्तशिल्पियों के चेहरे खिले नजर आए। सूरजकुंड मेले में सार्क देश जहां पर्यटकों को काफी लुभा रहे हैं वहीं अलग-अलग प्रांतों की अनूठी हस्तकला देख पर्यटक दांतों तले उंगली दबाने पर विवश हो रहे हैं। सूरजकुंड मेले में शनिवार को युवाओं की संख्या काफी अधिक नजर आई। देश के कोने-कोने से ही नहीं बल्कि विदेशों से भी पर्यटकों ने आकर मेले का आनंद लिया। मेले में आए लोगों का कहना है कि सूरजकुंड मेले में आने वाले लोगों का कहना है कि यहां किफायती दामों पर असली हस्तनिर्मित उत्पाद मौजूद हैं जिनकी क्वालिटी काफी अच्छी है। मेले में कई जगह सेल्फी प्वाइंट बने हैं। ऐसे में सेल्फी का क्रेज भी दर्शकों के सिर चढ़ कर बोला। दिल्ली में राजस्थान पर्यटक स्वागत केन्द्र की अतिरिक्त निदेशक डॉं. गुणजीत कौर ने बताया कि मेले के चौपाल मंच पर दो घंटे से भी अधिक चले सांस्कृतिक कार्यक्रम में राजस्थान की विश्व प्रसिद्ध कालबेलियां नृत्यांगनाओं सहित प्रदेश के विभिन्न अंचलों से आये लोक कलाकारों ने ऐसा समां बांधा कि दर्शक नयनाभिराम प्रस्तुतियां देखने में मग्न हो गये। कलाकारों के भवई नृत्य, कच्छी घोड़ी नृत्य आदि को दर्शकों ने खूब सराहा। उन्होंने बताया कि जोधपुर के रफीक लंगा द्वारा प्रस्तुत खडताल वादन एवं गायन और भरतपुर के  गफरूद्दीन मेवाती द्वारा प्रस्तुत भपंग वादन ने दर्शकों को पूर्ण आनंदित किया। 


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Isha

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