सरपंच हत्याकांड : चुनावी रंजिश के चलते मारी गई थी नौ गोलियां, परिजनों ने पुलिसिया कार्रवाई पर उठाए सवाल

punjabkesari.in Tuesday, Dec 12, 2023 - 06:08 PM (IST)

सोनीपत (सन्नी मलिक/सुनील जिंदल) : जिले के गांव छिछड़ाना में हुई सरपंच राजेश उर्फ राजू की हत्या का मामले में पुलिस के हाथ 2 दिन बीत जाने के बाद भी खाली हैं।  सरपंच के परिवार में पुलिस प्रशासन को लेकर रोष है और पुलिस प्रशासन पर भी जानबूझकर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए हैं। पीड़ित पक्ष का पुलिस प्रशासन ने आरोप है कि  पिछले साल दलवीर फौजी की हत्या के बाद राजेश के हत्यारों को सुरक्षाकर्मी मुहैया कराया गया था। जिनकी मौजूदगी में ही सरपंच की हत्या के बाद गांव में दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की गई है। पीड़ित पक्ष पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है तो पुलिस का कहना है कि मामले में सीआईए की 2 टीमें लगातार आरोपियों का सुराग लगाने में जुटी है।

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बता दें कि 11 दिसंबर को कल सुबह गांव छिछड़ाना के सरपंच राजेश उर्फ राजू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद गांव में दहशत फैलाने के लिए इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डालकर हत्या की जिम्मेवारी ली गई थी। मामले में जब तक तफतीश आगे बढ़ी तो पता चला कि हरियाणा में पंचायती चुनाव के दौरान बीती 10 नवंबर 2022 को गांव के ही सरपंच पद के प्रत्याशी दलवीर फौजी की गोली मारकर हत्या की गई थी और उसे मामले में सरपंच राकेश उर्फ राजू भी नाम भी आया था। राजेश उर्फ राजू के अलावा अन्य प्रत्याशियों को भी हत्या का जिम्मेदार बताया गया था। तफ्तीश के बाद पुलिस ने सरपंच राजेश को क्लीन चिट दे दी थी। जो पोस्ट इंस्टाग्राम पर डाली गई है, उस पोस्ट में दलवीर फौजी का बेटा साहिल और राजेश उर्फ बाबा का लड़का है, जिन्होंने पोस्ट डालकर कहा है कि अभी तो शुरुआत है। आज दलवीर फौजी की आत्मा को शांति मिली है।

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राजेश उर्फ राजू सरपंच के बड़े भाई मनोज का कहना है कि पुलिस को लिखित में नहीं बल्कि मौखिक रूप से पहले ही बताया गया था कि आरोपी पक्ष द्वारा गाली-गलौज का इस्तेमाल बार-बार किया जाता है और धमकी भी दी जाती हैं। एक बार पुलिस गांव में आई थी, लेकिन उसके बाद कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की गई। वहीं दलवीर फौजी की हत्या के बाद दलवीर फौजी के परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, इतनी बड़ी तादाद में हथियारों का लेकर आना और हत्या जैसी वारदात को अंजाम देना सुरक्षाकर्मी की भी हमें मिलीभगत नजर आ रही है। घर में इतने हथियार आना और हत्या के बाद सुरक्षा कर्मी की मौजूदगी में घर पर फायरिंग करना सुरक्षा कर्मी की मिलीभगत के बगैर नहीं हो सकता और पुलिस अगर समय रहते ठोस कार्रवाई करती तो सरपंच की हत्या भी रोकी जा सकती थी। पुलिस और प्रशासन और सरकार से पीड़ित परिवार ने न्याय की मांग की है।

इस मामले की अधिक जानकारी देते हुए एसीपी  नरेंद्र खटाना ने बताया कि दलवीर फौजी के लड़के और राजेश उर्फ बाबा के दो लड़के पांच नामजद समेत अन्य पर हत्या का मामला दर्ज हुआ है। मामले में दोनों क्राइम ब्रांच की टीम गहनता से जांच कर रही हैं। पीड़ित  परिवार का आरोप है उसकी भी जांच की जा रही है। जिस सुरक्षाकर्मी के तैनाती की गई थी उससे पूछताछ की जा चुकी है। गांव में पुलिस की तैनाती कर दी गई है, ताकि माहौल खराब ना हो। मृतक सरपंच के  शव से पोस्टमार्टम से नौ गोलियां बरामद हुई हैं। जल्दी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस मामले में गहनता से जांच की जा रही है।

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Content Editor

Mohammad Kumail

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