कैथल में मनरेगा में गड़बड़झाला: विदेश गए लोगों के नाम की फर्जी हाजिरी दिखा लाखों के गबन का आरोप
punjabkesari.in Thursday, Nov 28, 2024 - 08:01 AM (IST)
कैथल (जयपाल) : कैथल में लाखों रुपए का मनरेगा घोटाला सामने आया है, जिसमें विदेश में गए लोगों के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड बनाकर उनकी हाजिरी लगाकर पैसे निकलवाए गए हैं, जबकि असल में ये व्यक्ति गांव में रहते ही नहीं हैं। ये कई सालों से जर्मनी, इटली, फ्रांस व अन्य देशों में गए हुए हैं। शिकायतकर्त्ता अनुसार ऐसे 1-2, नहीं बल्कि 20-22 व्यक्तियों के फर्जी जॉब कार्ड बनाकर सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया गया है। इस घोटाले में मनरेगा मेट व अधिकारियों तक की मिलीभगत बताई जा रही है। शिकायतकर्त्ता का आरोप है कि उसने इसकी शिकायत कई महीने पहले की थी, लेकिन आज तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शिकायतकर्त्ता अमरीक सिंह ने बताया कि उसके गांव ककराला अनायत के गरीब व्यक्तियों को तो मनरेगा में काम दिया ही नहीं जा रहा, जबकि उनकी जगह गांव के करीब 22 लोग जो जर्मनी, इटली, पुर्तगाल, मलेशिया व फ्रांस सहित अन्य देशों में गए हुए हैं, उनके नाम के फर्जी जॉब कार्ड बनाकर उन्हें मनरेगा मजदूर दिखाया गया है।
शिकायतकर्त्ता का आरोप है कि उनके गांव में जो असल में काम कर रहे हैं उनकी संख्या 40 के करीब है, जबकि गांव में 328 व्यक्तियों के जॉब कार्ड बने हैं। यह काम 2022 से चला रहा है। जो लोग इस देश में भी नहीं हैं, उन लोगों के बैंक खाते में पैसे आ रहे हैं। संबंधित मेट उनको 1000 रुपए देता है बाकी खुद व अधिकारी द्वारा गबन किया जा रहा है। मैंने इसकी शिकायत जुलाई महीने में डी.सी. और सी.एम. विंडो पर की थी, लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी मेरी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उनकी मांग है कि जिन्होंने गलत जॉब कार्ड बनवाकर इस घोटाले की अंजाम दिया है उनसे रिकवरी करवाई जाए तथा संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां केंद्र व प्रदेश में चल रही मौजूदा सरकार के नेता अपने भाषणों में अपने आपको साफ-सुथरा शासन देने के दावे ठोक रहे हैं, वहीं सरकार के राज में चल रहे सरकारी कार्यालयों में आए दिन नए-नए घोटाले सामने आ रहे हैं, जोकि सरकार के दावे पर बड़े सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं।
इस विषय में नहीं है कोई जानकारी : मालक सिंह
मनरेगा कार्य में लगे घोटालों के आरोप को लेकर गांव ककराला अनायत के सरपंच मालक सिंह ने कहा कि इस विषय के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। इसके बारे में मनरेगा मेट ही बता सकते हैं।
अधिकारियों से ली जाएगी रिपोर्ट: डिप्टी सी.ई.ओ.
इस विषय पर जिला परिषद की डिप्टी सी.ई.ओ. रितु लाठर ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में अभी आया है। वह इस बारे में संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट लेंगी। यदि शिकायत में लगाए गए आरोप सही पाए गए तो उचित कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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