सट्टेबाजों ने किया पुलिस पर हमला, जंगलों के बीच चल रही थी मुर्गों की लड़ाई
punjabkesari.in Tuesday, Jan 28, 2020 - 05:58 PM (IST)
मेवात (एके बघेल): पुन्हाना विधानसभा के लहरवाड़ी गांव में मुर्गों को लड़ाकर जुए के खेल को रोकने पहुंची पुलिस पर जुआरियों ने हमला कर दिया। इस हमले में पथराव के साथ, एक पुलिस कर्मी की वर्दी फाड़ दी गई, पुलिस की गाड़ी में भी तोडफ़ोड़ की गई । घटना के दौरान दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल भी हो गए। घटना के बाद पुन्हाना पुलिस ने घायल पुलिसकर्मियों का मेडिकल कराकर दो दर्जन नामजद आरोपियों के साथ लगभग 250 अन्य लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। मौके से दो गाड़ी व दो मोटरसाईकिल बरामद की हैं। बाइक और गाडिय़ां किसकी हैं , पुलिस विभाग इसकी जांच में जुटा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, रविवार देर शाम पुन्हाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गांव लहरवाड़ी में मुर्गों की लड़ाई कराकर जीत-हार पर बड़े पैमाने पर जुआ खेला जा रहा है। जिस पर पुन्हाना पुलिस ने गांव लहरवाड़ी के जंगलों में छापेमारी की। छापेमारी के चलते सट्टेबाज मुर्गे लेकर भागने लगे। पुलिस ने आरोपियों को पकडऩे की कोशिश की तो मौजूद भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया।
पुलिस के अनुसार भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने उन पर फरसे व अन्य धारदार हथियारों, लाठी-डंडों से हमला किया। इस हमले में हेड कांस्टेबल गुलाब व धर्मेन्द्र गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके अलावा हेड कांस्टेबल धर्मेन्द्र की वर्दी भी फाड़ डाली। हमले के दौरान पुन्हाना पुलिस की गाड़ी के शीशे भी टूट गए।
पुन्हाना थाना प्रभारी रामदयाल ने बताया कि फिलहाल मामले में आरोपी भूरा, रत्ती, रफीक, अरशद, रहीम, इरफान, हाकम, इमरान, इन्नूस, नासिर, हकीकत, बूचा, सलीम, मुस्ताक सहित लगभग 250 लोगों के खिलाफ भादस की धारा 148, 149, 324, 333, 353, 307, 506, 186, 13-3-67 गैंबलिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है, जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बड़े पैमाने पर चलता मुर्गों का खेल
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांव लहरवाड़ी में मुर्गो को लड़ाने का खेल बड़े पैमाने पर होता है। जिसमें आस-पास गांवों सहित अन्य जिलों व अन्य राज्यों सहित दूर-दराज के लोग लगजरी गाडिय़ों में आकर लाखों रूपयों तक का सट्टा लगाते हैं। खेल देखने के लिए मौके पर हजारों की भीड़ भी मौजूद होती है। यह खेल गांव से अलग जंगलों में खेला जाता है। जहां पुलिस को पहुंचने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
बेजुबान हो जाते खूनमखून-
मुर्गा जितना लड़ाकू, ताकतवर और फुर्तीला होता है। उसकी जंग पर उतना ही बड़ा इनाम रखा जाता है। मुर्गों को पहलवानों की तरह उनके मालिक ट्रेन करने के साथ महंगी डाईट खिलाते हैं, जिसके बाद मुर्गा लड़ाई में एक - दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं। जब तक कोई मुर्गा हार नहीं मान लेता या जान बचाने के लिए मैदान नहीं छोड़ता तब तक उस बेजुबान को लोगों का मनोरंजन और मालिक की जेब करने के लिए लडऩा पड़ता है।
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