15 डिग्री लुढ़का पारा, दिन भर होती रही रिमझिम बारिश, नहीं हुए सूर्य के दर्शन
punjabkesari.in Thursday, Jan 06, 2022 - 10:17 AM (IST)
गुडग़ांव : साईबर सिटी गुरूग्राम में बुधवार की सुबह से ही रिमझिम बारिश होने लगी व ठण्डी हवा के झोकों के साथ ठण्ड कुछ ज्यादा महसूश हुई, मौसम में अचानक बदलाव के चलते ठण्ड एकाएक बढने का अनुमान लगाया जा सकता है। तापमान की बात करें तो आज का तापमान 15 डिग्री सेल्शियस रहा। जो कि जनवरी 1 से आज वीरवार तक का सबसे कम पारा है।
गुरूग्रामवासियों को आज की सुबह का नजारा कुछ अलग अंदाज में देखने को मिला सुबह के कोहरा के साथ हल्की बारिश की बूंदा बांदी हुई और सारा दिन रिमझिम की तरह बारिश होती रही व पूरे दिन धूप नहीं निकली मौसम में एक तरफा बदलाव देखने मिला जो कि मौसम में बदलाव के चलते कुछ ज्यादा ठण्ड पडऩे का अनुमान लगाया जा रहा है, दिन में करीब 4 बजे से शहर में कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला सारा दिन धुंध सी रही दिन में कुछ अंधेरा सा देखने को मिला मानो कि जैसे शांम ढल रही हो ऐसा नजारा रहा वहीं एक तरफ रिमझिम बारिश की वजह से किसानों के चेहरे पर मुस्कुराहट भी झलक रही है किसानों को इस रिमझिम बारिश से उन्हें उम्मीद है कि गेंहूं व चने की फसल को फायदा होगा शायद मानसून और अच्छे से बना तो फिर किसानों को गेहूं की फसल में पानी लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और रवी की फसल बेहतरीन तरीके से होने की उम्मीद किसानों में जगी है।
वहीं दूसरी तरफ ऐसी बारिश के चलते मानसूनी बीमारियों का खौफ भी लोगों में बना हुआ है ऐसे मौसम में बीमारियों का ज्यादा असर रहता है जिससे छोटे बच्चों व बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है जिनमें तरह तरह की बीमारियां उभर कर सामने आती हैं। लोगों में और भी खतरा बना हुआ है, की शांम के समय तो ठण्डी ठण्डी हवाओं के झोकों के साथ ठण्ड भी कुछ ज्यादा महशूस हुई पूरे दिन का महौल एक सा रहा। जब तो यूं कहें कि जनवरी माह में ठण्ड इसी तरीके से पड़ेगी किसी दिन रिमझिम तो किसी दिन धूप निकलेगी व अधिकांशत: धुंध व कोहरा से देखने को मिलेगा यह प्रकिया लगभग 10 फरवरी तक जारी रहेगी क्योंकि अधिकांश ठण्ड इसी माह में पड़ती है। ज्यादातर बच्चों व बुजुर्गों ब्यक्ति को जनवरी माह में कुछ ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है, उनके स्वास्थ्य संबंधी समस्या बढने का अंदेशा बना रहता है। ऐसे में उनका विशेष ध्यान रखें।
ठंड में बुजुर्गों की सेहत का रखें ख्याल: हाड़ कंपाने वाली ठंड ने न केवल बुजुर्ग बल्कि युवाओं को भी दिन भर गर्म कपड़े पहनने को विवश कर दिया है। रोजाना लोगों को ककड़ाती ठंड सताने लगी है। बदलते मौसम में बीमारियां होना स्वभाविक है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे समय में बुजुर्गों को विभिन्न प्रकार की बीमारियों हार्ट अटैक, दमा, पैरालिसिस के अटैक का खतरा ज्यादा रहता है। जैसे- बुजुर्गों में अधिकांश खांशी, कफ का जमना व वहीं बच्चों की सेहत की बात करें तो बच्चों में भी कई प्रकार की बीमारियों के लक्षण देखने को मिलते है जैसे - निमोनिया, जुकाम होना तो आम बात है आदि ऐसी बीमाररियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं प्रशासन द्वारा बनाये गए कोविड नियमों का प्रभाव थोड़ा बहुत देखने को मिल रहा है क्योंकि प्रशासन कि सख्त पाबंदियों का असर कुछ देखने को मिला है समय से कुछ दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद की और अनुशासन को अपनाते हुए आगे की ओर कदम बढाए।
सर्दी की शुरुआत में ज्यादा खतरा: मौसम के मुताबिक लोगों के ब्लड सर्कुलेशन सिस्टम में जरूरी बदलाव होने से लकवे का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज, हृदय रोग, मिर्गी और ब्लड प्रेशर कम अथवा ज्यादा होने की बमारी से पीड़ित मरीजों को सर्दियों में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है।
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