बोर्ड के परीक्षार्थियों के लिए बड़ी खबर, इस तरह होंगी अगली परीक्षाएं (Pics)

punjabkesari.in Friday, Apr 07, 2017 - 06:47 PM (IST)

भिवानी (अशोक भारद्वाज):अक्सर सरकारी महकमों में कर्मचारियों व अधिकारियों की हाजिरी सुनिश्चित करने के लिए बायोमैट्रिक तरीके से आधार बेस्ड हाजिरी लगवाए जाने की बात तो सुनी है। मगर बोर्ड की परीक्षाओं में भी ऐसा होगा। यह जानकर आप भी चौंक जाएंगे। आपको बता दें कि नकल रोकने की दिशा में जिस कदर इस बार की परीक्षाओं में बोर्ड के द्वारा पुख्ता प्रबंध व कुछ नए इंतजाम किए गए थे उनसे आगे बढ़कर अगली परीक्षाओं में बोर्ड के द्वारा बायोमैट्रिक्स मशीनों से परीक्षार्थियों की हाजिरी लगवाए जाने पर विचार किया जा रहा है।

बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि इससे प्रतिरूपण के मामलों पर अंकुश लग सकेगा। इस बार बोर्ड के द्वारा आयोजित की जा रही परीक्षाओं के दौरान अलग ही व्यवस्थाएं की गई थी, जहां परीक्षक अमले को पहले ही नकल न होने देने की घोषणा का पत्र देना जरूरी किया गया था। इसके साथ ही मोबाइल फोन अंदर जाने पर पूरी जिम्मेवारी परीक्षक अमले पर डाली गई थी और आधारकार्ड भी इस बार अनिवार्य किया गया था। इसे बोर्ड में लिंक करवाया जाना जरूरी किया गया ताकि परीक्षार्थियों की अंक तालिका यानी मार्कशीट पर भी वह नंबर अंकित किया जा सके।

परीक्षाओं में नकल रोकने के किए दावे
परीक्षाओं में इस बार नकल रोकने के लिए अभूतपूर्व इंतजाम किए जाने के बोर्ड के द्वारा दावे किए गए। 327 उड़नदस्ते लगाए गए तो साथ ही दूसरी कई व्यवस्थाएं की गई। खुद बोर्ड अध्यक्ष डॉ.जगबीर सिंह व सचिव अनिल नागर पूरे मामले पर पैनी नजर बनाए रहे। इसी वजह से इस बार नकल के केस भी ज्यादा ही बने व 4000 का आंकड़ा परीक्षाएं खत्म होने से पहले ही पार कर गया है। सौ से ज्यादा परीक्षकों को परीक्षा ड्यूटी में कोताही के कारण रिलीव किया जा चुका है। इनसे भी इतर अब बोर्ड अगली परीक्षाओं की तैयारियों में जुट गया है। हालांकि मौजूदा परीक्षाएं अभी चज ही रही हैं मगर बोर्ड ने आगे की प्लानिंग पहले ही शुरू कर दी है।

बोर्ड ने अगली परीक्षाओं में बायोमैट्रिक मशीनों से परीक्षार्थियों की हाजिरी दर्ज किए जाने का निर्णय लिया है। अक्सर बोर्ड के लिए यह काम बड़ा मुश्किल भरा था कि किस कदर फर्जी परीक्षार्थियों पर पर पाया जाए। ऐसे में प्रतियोगी परीक्षाओं की तर्ज पर बोर्ड ने बायोमैट्रिक तरीके से हाजिरी लिए जाने व थंब इंप्रेशन का मिलान किए जाने का निर्णश् लिया है। बोर्ड सचिव अनिल नागर ने बताया कि बोर्ड नकल रोकने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहता व इसी कड़ी में ऐसा कदम उठाया गया है। उन्होंने बताया कि पहले आधार नंबर को बोर्ड के साथ जोड़ने का कदम इन परीक्षाओं में उठाया गया व अगली परीक्षाओं में बयोमैट्रिक से आधार बेस्ड हाजिरी लगवाने का निर्णय लिया गया है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News

static