फायदे की जगह घाटे का सौदा बने पर्यटन विभाग के शराब के ठेके, जल्द ही बंद करने की तैयारी
punjabkesari.in Wednesday, Nov 17, 2021 - 05:10 PM (IST)

चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी): लंबे समय तक कोरोना के कारण भारी घाटे की मार झेल रहा पर्यटन विभाग तरह-तरह के समय-समय पर नए-नए प्रयोग करने में लगा है। इसी कड़ी में विभाग द्वारा कुछ समय पहले कुछ प्रमुख शहरों के पर्यटन केंद्रों पर शराब के ठेके खोले जाने का प्रयोग भी किया था। लेकिन इससे किसी प्रकार का लाभ होता ना देख अब विभाग ने इन ठेकों को बंद करने का फैसला लिया है। इस बारे में प्रदेश के पर्यटन एवं शिक्षा मंत्री कवरपाल गुर्जर ने इन्हें बंद करने के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि विभाग के कुछ क्षेत्र को पीपीपी मोड पर करने की भी तैयारी की जा रही है। जिसे एक प्रयोग के रूप में हम इसकी शुरुआत करेंगे और रिजल्ट देखने के बाद इस कदम को और आगे बढ़ाया जाएगा।
कोरोना की वजह से लंबे समय तक लोग अपने घरों में कैद रहे। अब इस विकल्प के बाद अगर अच्छा रिजल्ट मिला तो इस कदम पर हम आगे बढ़ेंगे। कंवरपाल गुर्जर ने कहा कि कोरोना के कारण केवल हमारा ही नहीं पूरी दुनिया का पर्यटन घाटे में था। कुछ देश जो केवल और केवल पर्यटन पर ही निर्भर हैं और इस लंबे समय ने उनकी आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब की। नुकसान हमारे प्रदेश को भी है। अब जैसे-जैसे स्थिति सामान्य होती जा रही है। धीरे-धीरे विभाग फायदे की ओर लौटेगा। मोरनी में कुछ नए इवेंट शुरू किए गए हैं जो कि आने वाले समय में कुछ और क्षेत्रों में इस प्रकार के इवेंट शुरू किए जाएंगे।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने सुपर हंड्रेड मुहिम को भी बहुत सफल प्रयास बताते हुए कहा कि इस मुहिम में हमारे 28 बच्चे आईआईटी और 24 बच्चे नीट में सिलेक्ट हुए हैं। जिनमें से 7 टॉपर बच्चों का एम्स में एडमिशन हुआ है। उन्होंने बिहार निवासी नवीन मिश्रा द्वारा एक अच्छा प्रयास बताते हुए कहा है कि उन्हीं के सहयोग से यह काम आगे बढ़ाया गया है।जो कि पहले रेवाड़ी और पंचकूला में ही इस प्रकार का प्रयास किया गया था। अब हिसार और करनाल भी इसमें शामिल किए गए हैं। आने वाले समय में प्रदेश सरकार की इस मदद से और अधिक बच्चे सरकारी स्कूलों से निकल कर आएंगे।
गुर्जर ने कहा कि सरकारी स्कूलों में बहुत काबिल और प्रतिभावान बच्चे हैं। जिनकी प्रतिभा का उपयोग देश के लिए किया जाना जरूरी है और इस सिस्टम से इसी प्रकार का प्रयोग किया गया है। गुर्जर ने कहा कि प्रदेश के सरकारी स्कूलों पर लोगों के विश्वास को बढ़ाए जाने की तरफ भी एक सफल प्रयास रहा है। इन परिणामों ने यह सिद्ध कर दिया है कि सरकारी स्कूलों में बहुत काबिल बच्चे हैं। प्रदेश में पहले केवल 22 संस्कृति मॉडर्न स्कूल थे। जो कि 114 और खोले गए हैं। कुल संख्या 136 हो गई है और हम और भी अधिक इस प्रकार की स्कूल खोलने के प्रयास में हैं। ताकि बच्चों को अपने घर के पास में ही अच्छी सरकारी स्कूलों में शिक्षा मिल सके।
इस मौके पर गुर्जर ने कहा कि कुछ जगहों पर बच्चों को कॉलेजों में एडमिशन न मिल पाने की शिकायतें आई थी और कुछ जगहों से एडमिशन नहीं करवा पाए जाने की शिकायतें आई थी। जिसे देखते हुए 16 से 22 नवंबर तक दोबारा से एडमिशन करवाने शुरू किए गए हैं और यह पोर्टल भी विभाग द्वारा खोल दिया गया है। साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा वाइस चांसलर की नियुक्ति इत्यादि के बारे में जिस प्रकार का भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। वह बिल्कुल गलत है। क्योंकि इसमें एचपीएससी पूरा काम नहीं करेगी। वीसी ही इसके चेयरमैन होंगे। जिसमें 2 मेंबर एचपीएससी, एक मेंबर सरकार का और एक यूनिवर्सिटी का शामिल होगा। ताकि अच्छे अध्यापक प्रदेश को मिल सके। एचपीएससी को इसका लंबे समय से अनुभव है और वह लगातार इस पर काम कर रहा है। काउंसिल के अध्यक्षता में हमने इस बारे मीटिंग बुलाई थी। जिस पर सभी की सहमति से फैसला हुआ है।