हरियाणा के सरकारी स्कूलों की 15 बेटियों को सम्मानित करेगा संयुक्त राष्ट्र

punjabkesari.in Saturday, Jul 28, 2018 - 10:07 PM (IST)

ब्यूरो: हरियाण्‍ाा की बेटियों के काबिलियत अब संयुक्त राष्ट्र तक पहुंचेगी। संयुक्‍त राष्‍ट्र ह‍रियाणा की प्रतिभावान बेटियों को सम्‍मानित करेगा। 'वूमन ट्रांसफार्मिंग इंडिया' अभियान के तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढऩे वाली 15 छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। यह सम्‍मान अपने गांव की चर्चित महिलाओं पर सर्वश्रेष्‍ठ लेख लिखने वाली छात्राओं को दिया जाएगा। इसके प्रथम चरण में प्रदेश भर से आठवीं से 12वीं कक्षा की छात्राओं के लेख मिलने के बाद शिक्षा विभाग बेहतर 45 लेख संयुक्त राष्ट्र भेजेगा। इसके बाद यह लेख फेसबुक पर अपलोड किए जाएंगे। फेसबुक पर मिले लाइक्स के आधार पर श्रेष्ठ 15 बेटियों का चयन कर उन्हें सम्मानित किया जाएगा।

वूमन ट्रांसफार्मिंग इंडिया अभियान के तहत ब्लॉक की चर्चित महिलाओं पर लिखना होगा लेख
इसके साथ ही उन्हें संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिनिधियों से मिलने का मौका मिलेगा। सरकार ने बेटियों की सूची भेजने की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की है। शिक्षा विभाग के अनुसार, 'यंग रिपोर्टर्स फॉर चेंज मेकर्स'  अभियान के तहत सरकारी स्कूल की बेटियों को अपने ही ब्लॉक की ऐसी महिला पर लेख लिखना होगा, जिन्होंने अपने क्षेत्र में विशेष कीर्तिमान स्थापित किया हो। वे जनता के लिए प्ररेणास्त्रोत और उनकी उम्र 18 या इससे अधिक हों। प्रदेशभर से लेख मिलने के बाद उन्हें विभाग के मुख्यालय भेजा जाएगा।

मुख्यालय पर चयनित ज्यूरी 45 बेटियों के लेख का चयन कर उन्हें संयुक्त राष्ट्र संघ भेजेगी। संघ के प्रतिनिधियों की ओर से सभी चयनित लेख को फेसबुक पर अपलोड कर दी जाएगी, जिन्हें मिले लाइक्स के आधार पर बेस्ट 15 का चयन किया जाएगा। इन लेख को लिखने वाली 15 बेटियों को सम्मानित किया जाएगा।

ये होंगे नियम
- इस योजना में आठवीं से बारहवीं कक्षा में पढऩे वाली सरकारी स्कूल की बेटियां ही व्यक्तिगत रूप से भाग ले सकेगी।
- स्कूल प्रबंधन या फिर विद्यार्थी को अपनी रिपोर्ट यूएनआरसीओ डॉट इन एटदीरेट ओएनई डॉट यूएन डॉट ओआरजी वेबसाइट पर भेजनी होगी।
- जिन महिलाओं पर लेख लिखा जाएगा, उनकी आयु 18 वर्ष या अधिक होनी चाहिए।
- चयनित बेटियों के घर से लेकर स्कूल प्रबंधन और डीईओ कार्यालय का पूरा पता प्रमाणित होना चाहिए अन्यथा फार्म रद माना जाएगा।
- लेख लिखने वाली महिला के नाम से लेकर उससे जुड़े तथ्य प्रमाणित होना अनिवार्य है।

जिला शिक्षा अधिकारी बलजीत सिंह सहरावत ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से सरकारी स्कूल की बेटियों के लिए यह अच्छी पहल है। इससे एक तो बेटियां लेखन के बारे में गहनता से जानकारी मिलती है। साथ ही उन्हें सम्मान के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र के प्रतिनिधियों से भी मिलने का मौका मिलेगा।


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Shivam

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