सब्जी विक्रेताओं का फूटा गुस्सा, मीटिंग बुला प्रशासन को दी चेतावनी
punjabkesari.in Friday, May 22, 2020 - 08:44 AM (IST)
रेवाड़ी (महेंद्र भारती) : लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर जिला प्रशासन द्वारा नाईवाली सब्जी मंडी को शहर से पांच किलोमीटर दूर बिठवाना शिफ्ट किया हुआ है। मंडी के शिफ्ट होने से सब्जी व्यापारी दो गुटों में बंट गए। क्योंकि बिठवाना सब्जी मंडी में केवल उन्हीं व्यापारियों को लाइसेंस दिया गया, जिन्होंने पहले से ही कागजी कार्रवाई पूरी कर रखी थी और सिक्योरिटी भर रखी थी।
जिसके चलते नाईवाली सब्जी मंडी के व्यापारी व विक्रेता भूखे मरने के कगार पर पहुंच गए हैं और वे बार-बार नाईवाली सब्जी मंडी को चालू करने की मांग कर रहे हैं। बृहस्पतिवार को सब्जी व्यापारियों का उस समय गुस्सा फूट पड़ा, जब अधिकारी उनकी बात मानना तो दूर सुनने तक को राजी नहीं था। व्यापारियों ने आनन-फानन में बैठक बुलाई और प्रशासन के प्रति रोष प्रकट किया।
भूखे मरने के कगार पर व्यापारी
बैठक में सब्जी मंडी यूनियन के प्रधान शिवदयान सैनी व मदनलाल ने कहा कि प्रशासन ने सब्जी मंडी को शिफ्ट कर यहां के व्यापारियों को भूखे मरने के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। उन्होंने बताया कि यहां सब्जी मंडी में व्यापारियों के साथ-साथ सैकड़ों लोग फड़ लगाकर अपने परिवार का पेट पाल रहे थे। लेकिन अब वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं और प्रतिदिन अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। प्रशासन ने कु़छ ही लोगों को लाइसेंस देकर बिठवाना सब्जी मंडी में बिठाया है, जिससे सब्जी व फल की व्यवस्था चरमराई हुई है और लोगों को महंगाई का सामना करना पड़ रहा है।
सड़कों पर उतरने को मजबूर
प्रशासन के प्रति रोष प्रकट करते हुए सब्जी विक्रेता पवन कुमार सैनी, मनोज कुमार, ईश्वर सिंह, प्रकाश ने कहा कि अगर प्रशासन ने जल्द ही नाईवाली मंडी को नहीं खोला तो वे सडक़ों पर उतरने को मजबूर होंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि अगर नाईवाली सब्जी मंडी को नहीं खोल सकते तो कम से कम उन्हें बिठवाना मंडी में अस्थाई जगह दे दी जाए। ताकि वे भी अपना पेट भर सके। वे पिछले 60 दिनों से बेरोजगार है।