इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाओं में कोताही बरतने वाले अधिकारियों की खैर नहीं, विज ने दिए निर्देश

punjabkesari.in Monday, Jan 09, 2023 - 10:49 PM (IST)

चंडीगढ़(चंद्रशेखर धरणी): हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा 24 घंटे दी जाने वाले सेवाओं के निरीक्षण के लिए डिटैक्टिव टीम गठित की जाएगी, जो इन सेवाओं का निरीक्षण करेगी। यदि इन सेवाओं में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की ओर से कोई कोताही बरती गई तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी और किसी भी सूरत में दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यह टीम 24 घंटे दी जाने वाली सेवा का कभी भी निरीक्षण कर सकती है। 

 

विज ने सिविल सर्जन अधिकारियों को निर्देश किए जारी

 

विज सोमवार को राज्य के सभी सिविल सर्जन अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े और आईएमआर (शिशु मृत्यु दर), एमएमआर (मातृ मृत्यु दर) तथा लिंगानुपात सुधार के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने आज कडे तेवर अपनाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में अब किसी भी अधिकारी व कर्मचारी की बायोमीट्रिक हाजिरी ही लगेगी, यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी ने बायोमीट्रिक हाजिरी नहीं लगाई तो उसे अनुपस्थित माना जाएगा। श्री विज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में बायोमीट्रिक के अलावा कोई फिजीकल हाजिरी नहीं मानी जाएगी। श्री विज ने कहा कि ‘‘मैं स्वयं अस्पतालों को निरीक्षण करूंगा, इसके लिए सभी सिविल सर्जन अधिकारियों को सात दिन का समय दिया जाता है ताकि अपने-अपने अधीन क्षेत्र में आने वाले अस्पतालों व संस्थानों में आवश्यक सुधार कर लिए जाए’’। श्री विज ने कहा कि ‘‘सात दिन के बाद किसी भी कोताही के लिए किसी भी हालत में किसी को बख्शा नहीं जाएगा’’। उन्होंने सिविल सर्जन अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि रेंडम चेकिंग के लिए अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में टीमों का गठन किया जाए। 

 

वर्किंग टाइम के दौरान स्वास्थ्य सेवा बंद मिली तो सिविल सर्जन के खिलाफ होगी कार्रवाई

 

विज ने सिविल सर्जन अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि ‘‘वर्किंग समय के दौरान यदि कोई स्वास्थ्य सेवा बंद पाई जाती है तो कार्यवाही सिविल सर्जन के खिलाफ होगी, सिविल सर्जन अपने अधीन सभी सेवाओं की प्रतिदिन निगरानी करेगा’’। 

 

आईएमआर, एमएमआर और लिंगानुपात के आंकड़ों में सुधार के लिए विकसित होगा डैशबोर्ड- विज 

 

विज ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि एमएमआर, आईएमआर और लिंगानुपात के संबंध में बनाए गए कैलेंडर के तहत यदि कोई अधिकारी व कर्मचारी कार्य नहीं करता है तो उस पर कार्यवाही की जाए। श्री विज ने कहा कि आईएमआर व एमएमआर (चाहे बच्चे या माता की मृत्यु) के तहत हर मृत्यु के लिए जिम्मेदारी फिक्स की जाएगी और कोताही बरतने वाले को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इसके अलावा, एमएमआर, आईएमआर व लिंगानुपात के संबंध में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारियों की ड्यूटी फिक्स की जाए कि कौन अधिकारी किस आंकड़े या चीज की जांच करेगा। 

 

अल्ट्रासाउंड केंद्रों की जांच के लिए टीमों के गठन के निर्देश

 

विज ने लिंगानुपात में सुधार लाने के लिए सभी सिविल सर्जन को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने अधीन क्षेत्र में पड़ने वाले अल्ट्रासाउंड केन्द्रों की जांच टीम बनाकर करें और इसके लिए आवश्यकता हुई तो पुलिस सहायता भी मुहैया करवाई जाएगी। इसके अतिरिक्त सभी फील्ड कार्यालयों के निरीक्षण के लिए अधिकारियों की डयूटी लगाई जाए तथा सभी एंबूलेंस इत्यादि उपकरणों काी जांच समय-समय पर की जानी चाहिए।  

 

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Content Writer

Gourav Chouhan

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