शहीद महिपाल को ग्रामीणों ने दी श्रद्धांजलि, 1965 के भारत-पाक युद्ध में हुए थे शहीद
punjabkesari.in Thursday, Sep 23, 2021 - 10:10 AM (IST)

फरीदाबाद(अनिल राठी): देश के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले गांव चांदपुर निवासी हवलदार महिपाल सिंह मैं 1965 में भारत पाकिस्तान के युद्ध में दुश्मनों के दांत खट्टे करते हुए अपने प्राणों की आहुति देश के लिए दे दी थी। आज उनके शहीदी दिवस पर ग्रामीणों ने उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया । जिस समय शहीद महिपाल सिंह ने अपने प्राण न्योछावर किए थे तो उस समय अपने परिवार में अपने छोटे-छोटे तीन बच्चों को पीछे छोड़ दिया था। उसके बाद शहीद महिपाल सिंह की धर्मपत्नी ने अपने तीनों बच्चों को परवरिश करते हुए उनकी शिक्षा पूरी कराई और अपने छोटे बेटे को फिर से फौज में भर्ती करा दिया।
शहीद महिपाल सिंह के बेटे रिटायर फौजी सुरेश की माने तो जब उनके पिता देश पर शहीद हुए तो उनकी उम्र 1 वर्ष की थी उसके बाद उनकी मां ने उनकी परवरिश करते हुए उन्हें पढ़ाया लिखाया और उन्होंने अपने पिता की देशभक्ति से प्रेरित होकर सेना में भर्ती हो गए और रिटायर भी आ चुके हैं। उनका कहना है कि सबसे सर्वोपरि देश की सेवा है और ज्यादा से ज्यादा बच्चों को फौज में होना चाहिए और देश की रक्षा करनी चाहिए। वहीं ग्रामीण कहते हैं कि पूरे क्षेत्र के युवाओं के लिए शहीद महिपाल सिंह हवलदार प्रेरणा का स्रोत तो बने हुए हैं उनकी याद में आगामी 26 सितंबर को एक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन भी कराया जा रहा है। पूरे क्षेत्र को उन पर गर्व है कि उन्होंने देश पर अपने प्राण न्योछावर करते हुए देश की रक्षा की।