उम्मीदों से भरे 2020 वर्ष का स्वागत, अधूरे काम पूरे होने की आस!

punjabkesari.in Wednesday, Jan 01, 2020 - 12:03 PM (IST)

सोनीपत(दीक्षित): वर्ष 2019 में अधूरेपन से भरे सफर को 2020 में गति मिलने की उम्मीद के साथ सोनीपत वासी नववर्ष का स्वागत कर रहे हैं। कुछ अधूरे काम ऐसे हैं जो जिंदगी पर भारी पड़े हैं। सुहाने सफर की उम्मीदों के साथ वर्ष 2015 में मुकरबा चौक से पानीपत तक जी.टी. रोड के चौड़ीकरण का काम शुरू हुआ था लेकिन सालभर पहले संबंधित एजैंसी ने पूरे जी.टी. रोड को खोदकर अधूरा छोड़ दिया। 

परिणाम यह हुआ कि सालभर में 60 किलोमीटर के इस जी.टी. रोड क्षेत्र में 500 से ज्यादा लोगों को जिंदगी से हाथ धोना पड़ा। अकेले सोनीपत क्षेत्र में 300 से ज्यादा मौतें हाईवे पर इस अंतराल में हो चुकी हैं। अब जबकि काम बंद पड़ा है तो उम्मीद है कि नववर्ष में यह काम न केवल शुरू होगा, बल्कि तेजी से पूरा भी किया जाएगा। 

दूसरा बड़ा और चॢचत प्रोजैक्ट किलोहड़द में बन रहा ट्रिपल आई.टी. संस्थान है जिसके निर्माण की राह में आए दिन रोड़े अटकाए जा रहे हैं। पहले लीज पर जमीन ली लेकिन ग्राम पंचायत नहीं मानी तो अब मार्कीट रेट पर जमीन लेकर निर्माण शुरू करने की उम्मीद जागी लेकिन इसमें भी अभी तक जमीन की सेल डीड तक नहीं हुई है जिसके कारण निर्माण कार्य अटका हुआ है। 

तीसरा बड़ा प्रोजैक्ट रेल कोच फैक्टरी है जिसका निर्माण शुरू हो चुका है। वर्ष 2020 में इसके निर्माण में तेजी आने की उम्मीद है। चौथे अधूरे प्रोजैक्ट में शहर के महिला कालेज का भवन है। यूं तो कक्षाएं अस्थायी रूप से मुरथल अड्डïा स्कूल में 2 साल से लग रही हैं लेकिन इसका भवन हाल ही में सैक्टर-12 में शुरू हुआ और उम्मीद है कि यदि वर्ष 2020 में तेजी से निर्माण हुआ तो 2021 तक महिला कालेज का अपना भवन तैयार हो सकेगा।

 जी.टी. रोड (मुकरबा चौक से पानीपत)- कम्पनी का टैंडर रद्द होने की प्रक्रिया में अभी भी लगेंगे 4 माह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 नवम्बर, 2015 को जी.टी. रोड को 12 लेन के साथ सॢवस रोड व अंडरपास बनाने के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया था। जिस कम्पनी को जी.टी. रोड का टैंडर दिया था, उसे एन.एच.ए.आई. ने 24 अप्रैल, 2019 तक का लक्ष्य दिया था। 

एन.एच.ए.आई. अधिकारियों के अनुसार अभी तक केवल 46 प्रतिशत काम हुआ है। 2,200 करोड़ के खर्च से दिल्ली मुकरबा चौक से पानीपत तक जी.टी. रोड पर दोनों ओर 2-2 लेन की सॢवस रोड बनाई जा रही है। इसके बीच में 4-4 लेन मुख्य ट्रैफिक के लिए बन रही हैं। 2,200 करोड़ के इस प्रोजैक्ट में जी.टी. रोड पर कुल 28 फ्लाईओवर व अंडरपास बनाए जा रहे हैं। 

इनमें 17 छोटे ब्रिज भी बनाए जा रहे हैं। एन.एच.ए.आई. के अधिकारी बताते हैं कि टैंडर रद्द कर बैंक के पास पत्र भेज दिया है। बैंक प्रक्रिया 6 माह की होती है। इसमें 2 माह हो चुके हैं। बैंक के पास 4 माह का समय है जिसके दौरान वह अगला टैंडर किसी अन्य कम्पनी को दे सकता है। प्रोजैक्ट मैनेजर आशीष जैन बताते हैं कि मुकरबा चौक से पानीपत तक 5 जगह ज्यादा खतरा था जिन्हें ठीक कर दिया है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

vinod kumar

Recommended News

Related News

static