करोड़ों के घोटाले करने वाले और हरियाणा को जलवाने वालों की कांग्रेस में जरूरत: तंवर

punjabkesari.in Monday, Jul 12, 2021 - 09:00 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): कांग्रेस में गुटबाजी का लंबे समय तक शिकार रहे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर वाला इतिहास फिर से दोहराने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश के 31 में से 22 विधायक नेता प्रतिपक्ष पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं, जिसके लिए आलाकमान पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। इससे शैलजा की मुश्किलें बढऩा तय है। 

पूर्व में इसी गुटबाजी का शिकार बने प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी से हटाए जा चुके अशोक तंवर से आज पंजाब केसरी ने खास मुलाकात की। अशोक तंवर ने कांग्रेस छोडऩे के बाद अपना भारत मोर्चा के नाम से एक संगठन का गठन किया है। अशोक तंवर ने बातचीत के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेतृत्व राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर भी कटाक्ष किए। उन्होंने कहा कि लाखों करोड़ों के घोटाले करने वाले और प्रदेश को जलाने वाले लोगों के साथ कांग्रेस के बड़े नेता खड़े हैं। जिन लोगों ने कांग्रेस को अपने खून पसीने से- अपने बच्चों के पेट काटकर सींचा, जिन्होंने दिन- रात मेहनत करके कांग्रेस को मजबूत करने का काम किया, उनकी पार्टी में कोई जरूरत नहीं है। 

कांग्रेस के विधायक प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा के खिलाफ खड़े हैं। इस पर अशोक तंवर ने कहा कि इन लोगों को देश-प्रदेश और समाज से कोई मतलब नहीं है। यह किसान-मजदूर-गरीब की कोई तकलीफ या परेशानी को नहीं समझ रहे हैं। इसलिए आपस में ही लड़ते रहते हैं। इसी वजह से अलग-अलग प्रदेशों में कांग्रेस हाशिए पर पहुंच गई है, इसमें हरियाणा, पंजाब, राजस्थान भी शामिल हैं। मध्यप्रदेश में तो इस वजह से सरकार तक चली गई। जब तक व्यक्तिगत स्वार्थ की प्रवृत्ति कांग्रेस से नहीं जाएगी तब तक कांग्रेस कुछ नहीं कर पाएगी। 

तंवर ने कहा, 'मैं 5 साल 8 महीने कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष रहा। उस समय कुमारी शैलजा जी ने हालांकि हमारा साथ नहीं दिया था। लेकिन आज जो उनके साथ हो रहा है वह गलत है। इस कष्ट की घड़ी में हम उनके साथ हैं। आज कांग्रेस के विधायक  कितना भी जोर लगा लें उनकी कुर्सी को कोई खतरा नहीं है, लेकिन चुनाव के 1 माह पहले कुछ हो सकता है, शैलजा तब सावधान रहें।'

अशोक तंवर ने कहा, 'मुझे इस बात की पीड़ा होती है कि यह लोग विपक्ष की भूमिका नहीं निभा रहे। अब वहां कुछ भी होता रहे मुझे इससे ज्यादा सरोकार नहीं है, जिन्होंने खुद ही सुसाइड करने की सोच ली हो वह छत से कूदकर, जहर खाकर, पानी में कूदकर या फिर अपने आप को आग लगाकर सुसाइड करेंगे, उन्हें तो मरना ही है। कांग्रेस तो सुसाइडिंग मोड में है। इन्होंने तो आत्महत्या करनी है। वह यह करके मानेंगे।'

अशोक तंवर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में विधायकों का इक_ा होना एक नए संगठन की तरफ बढ़ते कदम हो सकते हैं। पहले लोग भी बोलते थे कि इन्होंने एक पार्टी बनाई हुई है। वह उस समय भारतीय जनता पार्टी ने ही बनवाई थी। आज जिस प्रकार का माहौल जो भाजपा-जजपा के खिलाफ है। उससे ध्यान हटाने के लिए वह इनसे यह काम करवा रहे हैं] ताकि जो अल्टरनेटिव विपक्ष दिखना चाहिए वह न दिखे। हालांकि यह हरियाणा के हित में है कि जो लोग पहले देश को लूट कर खा गए वह दोबारा ना आएं।

ओम प्रकाश चौटाला की रिहाई पर तंवर ने कहा कि जो आरोप उन पर लगे थे, वैसे ही मामलों में हरियाणा में और भी बहुत से लोग हैं जो आज भी बाहर हैं। यह कहीं ना कहीं षड्यंत्र तो था। अब वह किस प्रकार से बाहर आने के बाद लड़ाई लड़ेंगे, यह देखना रहेगा। माननीय सुप्रीम कोर्ट के बार-बार फैसले और हिदायतें आने के बाद कि 6 महीने में भ्रष्ट नेताओं खिलाफ कार्रवाई करें, लेकिन आज इस सरकार को 7-8 साल बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह भारतीय जनता पार्टी के साथ इनका एक संगठन है। भाजपा पार्टी ऐसा करवाती रहेगी। भाजपा के खिलाफ जो माहौल है, उसके ध्रुवीकरण को रोकने के लिए यह एक प्रयास हो रहा है। कौन कैसे कर रहा है? ग्रुप जी-23 की वजह से देश में कांग्रेस को भारी नुकसान हुआ और विपक्ष की ताकत भी इससे कमजोर हुई।

तंवर ने कहा कि हमने तो पहले ही बोला है कि अपना भारत मोर्चा एक नया प्लेटफार्म है। जो अच्छे लोगों को साथ जोडऩे का काम करेगा। उनकी राजनीतिक भागीदारी बड़े, राजनीतिक ताकत बड़े, हिस्सेदारी बड़े हम लड़ाई लडऩे का एक मजबूत प्लेटफार्म प्रदेश और देश के लोगों को देने में हम लगे हुए हैं। धीरे-धीरे अच्छे लोग आ ही रहे हैं। बहुत सी राजनीतिक पार्टियों ने भी मिलकर चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर की है। कोरोना- आर्थिक मंदी और किसान आंदोलनों में हमारी प्राथमिकता है कि हम अपने साथियों की इनमें किस प्रकार से भागीदारी सुनिश्चित करें। हम हमेशा राजनीति में रहे हैं, तो राजनीतिक मुद्दे पहले भी उठाते रहे हैं और आगे भी उठाते रहेंगे। जो साथी आ रहे हैं उनके ऊपर है कि वह किस प्रकार से रूप देना चाहते हैं।

प्रियंका और राहुल रुसवा लोगों को मनाने के लिए फोन कर रहे हैं। इस पर तंवर ने कहा कि हमें मनवाने की जरूरत नहीं है और न ही वापिस जाने की जरूरत है। मैं तो सारा सिस्टम देख कर आया हूं। वहां अच्छे लोगों की जरूरत नहीं है। अगर जरूरत होती तो वह लाखों- करोड़ों के घोटाले करने वाले लोगों के साथ खड़े नहीं होते। जिन्होंने हरियाणा को जलाने का काम किया। जिन्होंने पक्षपात और भेदभाव किया। जिन्होंने धर्म-जाति के आधार पर भेदभाव किया। ऐसे बहुत से साथी हैं जिन्होंने अपने बच्चों का पेट काटकर कांग्रेस को सींचने का काम किया। लेकिन वह लोग पसंद नहीं आए। भाजपा से सांठगांठ करके कांग्रेस को कमजोर करने का काम करने वाले लोग पसंद आए। हमने सारे रास्ते बंद कर दिए हैं। उन्हें भी व्यर्थ प्रयास नहीं करने चाहिए।

तंवर ने कहा, 'मैं सारी चीजें देख कर यह बोल रहा हूं कि आज देश की राजनीति कुछ नया चाहती है। जब तक कुछ नया या बड़ा नहीं होगा तब तक यह देश बचने वाला भी नहीं है। देश के सामने बहुत से संकट है। आज देश में बेरोजगारी-महंगाई का संकट है। किसान-मजदूर को न्याय देने का संकट है।  कोरोना की मार से गरीब बेहद संकट में है। सरकार के पास इन सबके लिए कोई रोड मैप नहीं है। आर्थिक तौर पर हम बहुत कमजोर हो चुके हैं। जिस पर न तो पूर्ववर्ती सरकारों ने ध्यान दिया और न ही सात-आठ सालों में इस भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने दिया।'


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Content Writer

Shivam

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