तेंदुए ने छह घंटे तक अटकाए रखी ग्रामीणों की सांसे, जंगल से निकलकर आबादी के बीच पहुंचा तेंदुआ

punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 06:38 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): मानेसर आईएमटी के सेक्टर-8 में उस वक्त हड़कंप मच गया जब जंगल से निकलकर एक तेंदुआ कंपनी के अंदर प्रवेश कर गया। शुक्रवार सुबह एक निर्माणाधीन कंपनी के पास ही यह तेंदुआ घूमते दिखाई दिया जिसके बाद ग्रामीणों की सांसे अटक गई। सुबह करीब सात बजे जब लोग अपने रोजमर्रा के कामों के लिए घर से बाहर निकले तो उन्हें तेंदुआ यहां घूमता नजर आया। देखते ही देखते यह खबर पूरे इलाके में फैल गई और लोग दहशत में आ गए। सुबह करीब 9 बजे तेंदुआ कंपनी की तीन फीट ऊंची दीवार को कूदने के बाद बाहर बनी ग्रीन बेल्ट की झाड़ियों में छुप कर बैठ गया था। तुरंत इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को दी गई।

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सूचना मिलते ही गुड़गांव पुलिस और वन विभाग की टीम सेक्टर-8 स्थित प्लॉट नंबर -372 पर पर पहुंची। इसके बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया। प्लॉट की तरफ आने वाली तीनों सड़कों को 200 मीटर की दूरी पर गाड़िया और रस्सी लगाकर रास्तों को बंद कर दिया गया। सुरक्षा की दृष्टि से पूरे क्षेत्र को घेर लिया गया और उसके बाद चारों तरफ से 8 फीट ऊंचे जाल तथा हरी चादर लगाकर रास्तों को तेंदुए के लिए बंद कर दिया गया जिसके बाद विशेषज्ञ डॉक्टरों और वन्यजीव रेस्क्यू टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। तेंदुए ने भी गिरफ्त में आने के लिए वन विभाग के कर्मचारियों के पसीने छुड़ा दिए। करीब छह घंटे की मशक्कत के बाद वन विभाग के कर्मचारियों को कामयाबी मिली। 

 

अधिकारियों की मानें तो रेस्क्यू किया गया तेंदुआ ढाई साल का नर तेंदुआ है जिसे ट्रेंकुलाइज कर सुरक्षित पिंजरे में डालने में सफलता हासिल की। अधिकारियों ने बताया कि चारों तरफ से जाल और हरी चादर लगाने के बाद एसयूवी कार में डॉक्टर और वन्यजीव विभाग की टीम एक कार में बैठ गई। कार का शीशा नीचे करने के बाद कंपनी के बाहर झाड़ियों में छुपकर बैठे हुए तेंदुए को ट्रेंकुलाइज करने के लिए टीम ने बंदूक से इंजेक्शन मारा। सही निशान लगने के दस मिनट बाद तेंदुआ बेहोश हो गया। तेंदुए पर जाल डालकर दस से ज्यादा वन्यजीव विभाग के कर्मियों ने तेंदुए को पिंजरे में डालकर दरवाजे को ताला लगाया। वहीं, रेस्क्यू के दौरान कोई अनहोनी न हो जाए इसके लिए लोगों की आवाजाही पूरी तरह से बंद की गई थी। पुलिस के साथ-साथ वन्यजीव अधिकारियों को भी तैनात किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि टीम की यह सतर्कता इस बात का सबूत है कि तेंदुए और स्थानीय लोगों दोनों की सुरक्षा ही हमारी प्राथमिकता रही है। फिलहाल रेस्क्यू किए गए तेंदुए को अरावली छोड़ने के लिए भेज दिया गया है।


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Content Editor

Pawan Kumar Sethi

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