विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक चित्रलेखा ने मनोहर लाल से की मुलाकात, गौसेवा के लिए बजट बढ़ाने पर सीएम का किया धन्यवाद
punjabkesari.in Tuesday, Sep 12, 2023 - 10:49 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्रशेखर धरणी): विश्व प्रसिद्ध कथा वाचक चित्रलेखा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिल उनका आभार व्यक्त किया।चन्द्र लेखा कई जगह गयऊ शाला का संचालन व सरंक्षण कार्य भी कर रही हैं। बजट में हरियाणा के अंदर गौसेवा के लिए 400% बजट बढ़ाने पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सरकार में पब्लिसिटी एडवाइजर तरुण भण्डारी व होडल से विधायक जगदीश नायर भी साथ थे। चित्रलेखा ने होडल में गयऊ शाला के निर्माण व उद्घाटन समारोह के लिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल को आमंत्रण दिया।मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी चन्द्र लेखा द्वारा किए जा रहे सामाजिक व आध्यात्मिक चेतना के कार्यों की जमकर सराहना की।
हरियाणा गौ सेवा आयोग की स्थापना हरियाणा राज्य गौ सेवा अधिनियम, 2010 की धारा 3 के तहत की गई थी, जो राज्य में गायों के संरक्षण और कल्याण के लिए कार्य कर रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सराहना करते हुए कहा कि मनोहरलाल सच मे सच्चे व कर्मठ सामजसेवी हैं।जन हित के लिए उन्होंने बहुत सी कल्याणकारी योजनाएं बनाई है।हरियाणा में बिना भेदभाव के सभी लोगों का सामान विकास कार्य जारी रख उन्होंने अद्भुत सामाजिक परिवर्तन का कार्य किया है। सी एम के द्वारा जिस प्रकार से सबका साथ सबका विकास किया जा रहा है उसे पता लगता है कि मुख्यमंत्री किसी भी क्षेत्र से कोई भी भेदभाव नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि अतीत में हरियाणा के अंदर हरियाणा की सोच रखने वाला कोई भी ऐसा व्यक्ति मुख्यमंत्री नहीं बना जिसने 24 घंटे हरियाणा को विकास के लिए अगर कर रहने के लिए कार्य किये हों।
सरकार में पब्लिसिटी एडवाइजरी तरुण भण्डारी ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने अपने काम और योजनाओं से साबित किया है कि वर्तमान सरकार गरीब/वंचित और शोषित वर्ग के लिए अच्छा काम कर रही है। 2014 से पहले समाज का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से अपने अधिकारों से वंचित था। सरकार की योजनाओं का लाभ इस बड़े हिस्से को नहीं मिल पाता था। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान प्रदेश के संसाधनों पर ताकतवर और सरकार के चहेते लोगों का ही कब्जा था। आम हरयाणवी स्वयं को अलग-थलग महसूस करता था। नौकरियों की बंदरबांट में यही ताकतवर और सरकार में रसूख रखने वाले पैसे और सम्बन्धों के आधार पर लाभान्वित होते थे। जिसका सटीक उदाहरण भुपेंद्र सिंह हुड्डा के कार्यकाल में हुई एचसीएस की भर्तियां हैं। जिसमें लगभग आधे से ज्यादा चयनित लोग सरकार में शामिल लोगों के बच्चे और रिश्तेदार थे।
हरियाणा प्रदेश के दस जिले नशे की चपेट से ग्रसित थे। खुफिया विभाग द्वारा सरकार तक पहुंचाई गई इस जानकारी के बाद एक्शन में आए प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा जहां नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की स्थापना की गई वहीं अनेक विशेष दस्तों का गठन करते हुए भी नशे और नशा तस्करों पर पूर्ण रूप से लगाम लगाने के निर्देश जारी कर दिए गए। सीएम द्वारा की गई इस पहल के जो सार्थक परिणाम सामने आए, उसकी कल्पना भी किसी ने नहीं की थी। नशा तस्करों की कमर टूटने लगी, प्रदेश के कोने कोने में नशा तस्करों पर लगातार मामले दर्ज हुए और प्रदेश में पहली बार नशा तस्करों के खिलाफ ऐसा सख्त एक्शन लिया गया कि नशा तस्कर प्रदेश छोडने पर मजबूर होने लगे। सीएम मनोहर लाल के निर्देश पर नशा तस्करों की प्रापर्टी को ध्वस्त किया गया और अटैच किया जाने लगा। सरकार द्वारा उठाए गए प्रभावी कदमों के परिणाम स्वरूप जिन जिलों में नशे का कारोबार काफी अधिक होने की रिपोर्ट सरकार को दी गई थी, उन जिलों को नशा मुक्त बना दिया गया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि युवा पीढ़ी देश का भविष्य है, देश का भविष्य युवाओं के मजबूत कंधों पर ही निर्भर है। अगर युवा अपने देश को समृद्ध, शक्तिशाली बनाने के साथ ही मजबूत समाज का निर्माण करना चाहते हैं तब उन्हें नशे की लत से दूर रहना होगा। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के मौके पर सीएम ने कहा कि नशे पर रोक लगाने के लिए सरकार अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही है लेकिन नशे पर रोक लगाने के लिए युवाओं और समाज के एक बड़े वर्ग को आगे बढ़ कर काम करने की आवश्यकता है। युवा पीढ़ी को नशे की लत लगने की संभावना सबसे अधिक होती है और यहीं से राष्ट्र का मजबूत स्तंभ कमजोर होना शुरू होता है। ऐसे में यदि युवा खुद आगे आएंगे तब निश्चित रूप सके नशे पर रोक लग पाएगी।