पानीपत व रेवाड़ी में बनेंगी नई जेल: यशपाल सिंघल

punjabkesari.in Wednesday, Sep 14, 2016 - 04:43 PM (IST)

जींद: रेवाड़ी और पानीपत में एक-एक हजार कैदियों की क्षमता वाली नई जेल बनाई जा रही हैं। जींद और सिरसा सहित कई जिला कारागारों की क्षमता भी बढ़ाने की योजना पर काम किया जा रहा है। यशपाल सिंघल ने कहा कि पिछले दिनों कई देशों के लगभग 150 पत्रकारों ने गुडग़ांव की जेल का निरीक्षण किया था। इसमें गुडग़ांव की जेल को उन्होंने बहुत बेहतरीन करार दिया। यह बात कारागार महानिदेशक यशपाल सिंघल ने कही।
 
उन्होंने कहा कि सजा काट रहे कैदी जब बाहर आएंगे तो सबके पास काम करने का हुनर होगा। जो समाज की मुख्य धारा में शामिल करने में मदद करेगा। इसके लिए बड़ी कार्य योजना पर काम चल रहा है। साथ ही हरियाणा में जेलों की क्षमता बढ़ाने की दिशा में भी कई योजनाओं को मंजूरी दी गई है। उन्होंने कहा कि कारागार विभाग और प्रदेश सरकार इस बात के गंभीर प्रयास कर रही है कि प्रदेश की जेलों में सजा काट रहे कैदियों को काम करने का हुनर जेल में सिखाया जाए। इसमें सबसे ज्यादा जोर दोपहिया वाहनों की मुरम्मत और ए.सी. की रिपेयर पर दिया जा रहा है। इस मौके पर उनके साथ जींद के एस.पी. शशांक आनंद, जिला कारागार अधीक्षक डा. हरीश कुमार रंगा, उपाधीक्षक सेवा सिंह भी थे।
 
 
जेलों की क्षमता 18,000, कैदी 19,000
कारागार विभाग के महानिदेशक यशपाल सिंघल ने कहा कि इस समय हरियाणा की जेलों में लगभग 19,000 कैदी हैं। जेलों की क्षमता लगभग 18,000 है। जेलों की क्षमता बढ़ाने की योजना पर काम किया जा रहा है।
 
वृद्धा ने लगाई बाहर निकालने की गुहार
जिला कारागार में दहेज हत्या के मामले में बंद एक वृद्ध महिला किशनी ने जेल विभाग के महानिदेशक यशपाल सिंघल से गुहार लगाई कि उसे जेल से बाहर निकाला जाए। किशनी ने कहा कि वह खुद न तो बैठ सकती है और न ही उठ सकती है। जेल में रहना उसके लिए संभव नहीं है। इस पर जेल महानिदेशक ने जेल अधीक्षक डा. हरीश कुमार रंगा को किशनी का मैडीकल बोर्ड से मैडीकल करवाकर मामला उनके पास भिजवाने के लिए कहा।

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