किसानों को मिलेगी 40 लाख यूनिट बिजली

punjabkesari.in Monday, Dec 07, 2015 - 05:36 PM (IST)

करनाल (कमल मिड्ढा): सहकारिता मंत्री बिक्रम सिंह यादव ने बताया कि असंध में प्रदेश की एकमात्र हैफेड़ गन्ना मिल द्वारा गन्ना विकास योजना के तहत किसानों को 566.90 लाख रूपये का ब्याज मुक्त ऋण दिया गया। इसके साथ ही 32.53 लाख की सबसिडी भी दी गई। उन्होंने बताया कि हैफेड वर्ष 2016-17 के लिए आकर्षक गन्ना विकास योजना तैयार कर रही है। वर्ष 2015-2016 के लिए मिल का पिराई लक्ष्य 32 लाख कि्वंटल तथा रिकवरी का लक्ष्य 10.25 प्रतिशत निर्धारित किया गया है।

वर्ष 2015-2016 के लिए प्रदेश में हैफेड़ द्वारा स्थापित एक मात्र चीनी मिल की पिराई का लक्ष्य 32 लाख टन रखा गया है जबकि रिकवरी का लक्ष्य 10.25 प्रतिशत निर्धारित किया गया हैं। उन्होंने बताया कि दो मेगावाट बिजली का प्रतिदिन उत्पादन करके लगभग 40 लाख यूनिट बिजली पूरे सीजन में उत्तरी हरियाणा बिजली निगम को उपलब्ध करवाई जाएगी। बिक्रम सिंह यादव ने हैफेड चीनी मिल असन्ध के पिराई सत्र के शुभारम्भ करने के बाद किसानों को सम्बोधित कर रहे थे।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि हैफड गन्ना मिल क्षेत्र के बान्डिड गन्ने को खरीदेगी तथा जब तक मिल को गन्ना मिलता रहेगा तब तक मिल को चलाया जाऐगा। किसानों को गन्ने की कीमत तुलाई के 24 घंटे के अंदर बैक की सलाह के अनुसार या सीधे किसान के खाते में जमा करवा दी जाएगी। उन्होंने मिल के अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए कि इस पिराई सत्र में चीनी की औसत रिकवरी 10.25 प्रतिशत तक अवश्य की जाए। हैफेड द्वारा किसानों को और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने के प्रयास जारी हैं। चीनी मिल असंध द्वारा किसानों के प्रोत्साहन के लिए विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है,जिनमें ब्याज मुक्त ऋण पर गन्ना बीज,उर्वरक व कीटनाशक दवाइयां उपलब्ध करवाई जा रही है। किसानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि असंध चीनी मिल के अन्तर्गत क्षेत्र में गन्ने की बिजाई का क्षेत्रफल बढ़ाने के लिए हैफेड वर्ष 2016-17 के लिए आकर्षक गन्ना विकास योजना तैयार कर रही है। उन्होंने बताया कि पिराई सत्र 2015-16 के लिए मिल द्वारा गन्ना विकास योजना पर लगभग 566.90 लाख रुपये किसानों को ब्याज मुक्त ऋण दिया गया और 32.53 लाख रुपये सब्सिडी के रूप में खर्च किये गए है। 

इस मौके पर असन्ध के विधायक एवं सरकार में मुख्य संसदीय सचिव बख्शीश सिंह विर्क ने कहा कि किसानों द्वारा फसल चक्र में बदलाव करके खेती करनी चाहिए,जिससे किसान की आर्थिक दशा बेहतर हो सके। उन्होंने किसानों से गन्ने की किस्म सी 238,सी 5011 व 98014 लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के बेहतर प्रयास किये जा रहे है। किसानों को चाहिए कि वे प्रति एकड़ उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ प्रति एकड़ आय में भी वृद्धि करने का प्रयास करें। किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी तभी देश और समाज की आर्थिक तरक्की में निखार आएगा।

फफड़ाना (असंध) शुगर मिल की पिराई क्षमता बारे प्रकाश डालते हुए प्रबन्ध निदेशक हैफेड  सुकृति लिखी ने  बताया कि इस सीजन में 32 लाख कि्वंटल से अधिक गन्ने की पिराई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि हैफेड द्वारा वर्ष 2008-09 के दौरान  चीनी मिल की स्थापना की गई थी। उस समय इस क्षेत्र में किसान बहुत कम गन्नें की बिजाई करते थे। शुगर मिल की स्थापना के समय लगभग दो हजार एकड़ गन्ने का बिजाई क्षेत्र था लेकिन अब किसानों द्वारा लगभग 14 हजार 200 एकड़ में गन्ने की बिजाई की जा रही है। 

महाप्रबंधक शुगर मिल एवं एसडीएम असंध डा.सुशील मलिक ने सभी आगंतुक मेहमानों का स्वागत और आभार व्यक्त किया। मंच का संचालन डीआईपीआरओ धर्मवीर सिंह ने किया। घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण,निदेशक हैफड़ कैप्टन चतर सिंह,कर्म सिंह खटाना,नरेन्द्र कुमार ब्याना,रामचन्द्र,दयानंद,राजकुमार गोयल को भी शाल भेंट करके सम्मानित किया गया। इस मौके पर तहसीलदार अभिषेक बिबियान,बीडीपीओ जगबीर दलाल,एजीएम एम के कौशिक,बलवान सिंह चहल,सैयद जाफर अली, बृजमोहन टक्कर,सहित हैफेड़ के उच्च अधिकारी व काफी संख्या में गन्ना किसान उपस्थित थे।  

इस मौके पर मुख्यातिथि ने गांव जयसिंहपुरा के रामशरण,अटावला के दीपक सबसे पहले मिल गेट पर अपनी गन्ने की ट्राली लाने पर क्रमश: प्रथम व द्वितीय पुरस्कार देकर प्रोत्साहित किया। इनके अलावा सत्र 2014-15 में  मिल में सबसे ज्यादा 16425 किवंटल अगेती किस्म का गन्ना लाने पर गांव आदियाना के राजेश, सर्वाधिक गन्ना उत्पादन के लिए गांव आदियाना के धर्मवीर, प्रगतिशील व सहयोगी किसान अमरदीप गांव जभाला, उत्तम एवं उन्नत विधि द्वारा आटम गन्ना बिजाई के लिए सुरजीत गांव गदड़ी को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। सहकारिता मंत्री ने सीपीएस सरदार बख्शीश सिंह विर्क और प्रबन्ध निदेशक सुकृति लिखी को स्मृति चिन्ह दिया। सहकारिता मंत्री को हैफेड़ की तरफ से प्रबन्ध निदेशक सुकृति लिखी ने स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

 


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