शिव मंदिर को लेकर सैनी माजरा में तनाव
punjabkesari.in Wednesday, Jul 10, 2019 - 12:53 PM (IST)

इस्माईलाबाद (शर्मा): सैनी माजरा स्थित 50 वर्ष पुराने शिव मंदिर को तोडऩे को लेकर गांव में विवाद बढ़ गया है। शिव मंदिर कमेटी के सदस्य जहां मंदिर के बने रहने के पक्ष में हैं, वहीं कुछ लोग मंदिर को तोडऩे के पक्ष में हैं। मंदिर कमेटी के सदस्यों ने सरपंच पर मिलीभगत कर मंदिर को तोडऩे का आरोप लगाया है। पुजारी काला राम, ग्रामीण राहुल, राजीव कुमार, कृष्ण कुमार, सतपाल, रोहित, राजकुमार, शिव कुमार व रामकुमार ने सरपंच पर आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में स्थित करीब 50 वर्ष पुराना शिव मंदिर फोरलेन हाईवे की जमीन में आ गया है।
ग्रामीणों ने मंदिर के साथ छेड़छाड़ न करने की गुहार लगाई थी। ग्रामीणों की आस्था को देखते हुए प्रशासन ने आश्वासन दिया था कि मंदिर के साथ छेड़छाड़ नहीं की जाएगी। इसके बाद सड़क विभाग प्रशासन ने हाईवे निर्माण का कार्य पूरा कर लिया है लेकिन अब गांव के सरपंच मिलीभगत कर मंदिर को ढहाने पर लगे हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कई वर्ष पुराने इस मंदिर के साथ ग्रामीणों की आस्था के साथ भावनाएं व कई यादें जुड़ी हुई हैं। गांव में इसके अलावा कोई अन्य शिव मंदिर भी नहीं है।
सरपंच तानाशाही कर मंदिर तुड़वाने के पक्ष में लगा है। सैनी माजरा में ही शिव मंदिर की रजिस्टर्ड कमेटी भी है जो प्रशासन द्वारा मान्य है लेकिन ग्राम पंचायत सैनी माजरा के सरपंच अपनी पावर का दुरुपयोग करते हुए प्रशासन की मिलीभगत से शिव मंदिर को ढहाने के लिए दिन-रात कोशिश कर रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की कि मंदिर के साथ छेड़छाड़ न की जाए।
गांव के सरपंच का कथन
कृष्ण सैनी ने कहा कि ग्राम पंचायत मंदिर को तुड़वाने के पक्ष में नहीं है। मंदिर हाईवे की जमीन में आ चुका है जिससे निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। ग्रामीणों की सहमति से पुराने मंदिर से एक ईंट लेकर दूसरी जगह मंदिर निर्माण किया जाएगा। इसके लिए सभी ने सहमति जताई थी। ग्राम पंचायत की इसमें कोई भूमिका नहीं है। यह सब हाईवे अथॉरिटी के दिशा-निर्देश पर हो रहा है। ग्राम पंचायत का इरादा किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का नहीं है।