हरियाणा के दो गांवों को लेकर हुआ बड़ा बदलाव, एक का नाम बदला दूसरे का जिला

punjabkesari.in Sunday, Sep 01, 2019 - 02:43 PM (IST)

ब्यूरो: हरियाणा के दो गांवों में बड़ा बदलाव किया गया है, जिसमें से एक नाम बदला गया है, वहीं दूसरे गांव को उसके जिले से हटाकर दूसरे जिले में शामिल कर दिया गया है। ये दो गांव लंडौरा व धनौरी हैं, लंडौरा गांव करनाल जिले के इन्द्री उपमंडल के अधीन आता है। वहीं धनौरी गांव जो अब तक जींद जिले में आता था, वह अब कैथल का गांव होगा। बता दें कि दोनों गांवों के प्रति लिए गए फैसले अलग-अलग जगह लिए गए हैं।

शुक्रवार को हरियाणा कैबिनेट की बैठक हुई, जिसमें जींद के धनौरी गांव को कैथल जिले में शामिल किए जाने के फैसले पर मुहर लगाई गई। धनौरी गांव जींद-कैथल जिले की सीमा के साथ ही हरियाणा-पंजाब की राज्यीय सीमा पर भी पड़ता है। धनौरी गांव कैथल से 25 किलोमीटर की दूरी पर है, वहीं जींद वाया नरवाना जाने के लिए 60 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। जिला बदलने से गांव में अब जिलास्तरीय कार्यों के लिए लंबा सफर नहीं करना पड़ेगा।

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वहीं करनाल जिले के उपमंडल इन्द्री में पडऩे वाले गांव लंडौरा को अब जयरामपुर के नाम से जाना जाएगा। गांव का नाम बदलने पर शुक्रवार को गांव के लोगों ने एकत्रित होकर मंत्री कर्णदेव का आभार जताया। इस दौरान मंत्री कांबोज ने गांव का नाम बदलने के नोटिफिकेशन की कॉपी ग्रामीणों की मौजूदगी में सरपंच मनोज सेतिया को सौंपी।

इस मामले में गांव के 25 वर्ष तक सरपंच रहे जयराम के नाम पर गांव का नाम रखा गया है, इसे लेकर गांव के लोगों में उत्साह का महौल है। गांव का नाम लेने में सबसे ज्यादा समस्या गांव की महिलाओं को होती थी। पूरे गांव की ओर से पूर्व सरपंच जयराम की पत्नी परमेश्वरी देवी ने मंत्री कांबोज का स्वागत किया।

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सरपंच मनोज सेतिया ने बताया कि पूर्व सरपंच जयराम गांव के सज्जन पुरूष थे, वह लंडौरा और माखुमाजरा संयुक्त पंचायत के 25 वर्ष तक सरपंच रहे। गांव के लड़ाई झगड़े पुलिस की बजाए गांव में ही निपटाते थे। उनके नाम पर गांव का नाम रखने पर आज गर्व महसूस हो रहा है। 

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मंत्री कर्णदेव कांबोज ने बताया कि विधायक बनने के पश्चात जब मैं इस गांव से गुजरता था, तो मुझे गांव का नाम भद्दा सा दिखता था। इस बारे में सरपंच से बात की तो उन्होंने बताया कि पिछली सरकार में नाम बदलने की गुहार लगाकर वें थक चुके हैं, अब कोई उम्मीद भी नहीं लगती। इसके पश्चात सरपंच को ग्राम पंचायत की तरफ से प्रस्ताव देने को कहा और नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू की।

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उन्होंने बताया कि गांव का नाम बदलवाने में विभिन्न प्रकार की बाधाएं आई, लेकिन मैं खुद अधिकारियों से इस पर अपडेट लेता रहा। करीब नौ विभागों से क्लीयरेंस मिलने के बाद गांव का नाम बदला गया। इसका नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है, जिसे आज सरपंच को सौंपा गया।


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Shivam

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