जिले में अब तक खरीदी गई 37 हजार क्विंटल सरसों
punjabkesari.in Friday, Apr 05, 2019 - 05:22 PM (IST)

नारनौल (संतोष): जिलेभर में सरसों की खरीद का काम जोरों पर चल रहा है। इस काम के लिए जिलेभर के किसान पूरी ताकत से लगे हुए हैं। यद्धपि किसान सरसों के निकालने के काम के साथ-साथ गेहूं व चने की कटाई के काम में भी लगे हैं लेकिन यहां के किसान वर्ग सरसों निकालकर मंडी में अपने गांव की बारी का इंतजार कर रहे हैं।
सरसों की खरीद के काम में महेन्द्रगढ़ व सतनाली की मंडियों में सरसों की खरीद का काम धीमी गति से चल रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि यहां के किसान अभी तक सरसों के निकालने के काम में लगे हुए हैं। जिलेभर में सरसों की खरीद का काम 28 मार्च से शुरू हुआ था जो कि आज तक बेरोक-टोक जारी है।
नारनौल मंडी में खरीदी गई सबसे ज्यादा सरसों
जिले में वैसे तो 4 मंडियां हैं लेकिन खरीद केन्द्र 6 हैं। इनमें नारनौल की मंडी के साथ नांगल चौधरी का खरीद केन्द्र तथा महेन्द्रगढ़ की मंडी के साथ सतनाली का खरीद केन्द्र जोड़ा गया है। नारनौल की मंडी में अब तक अर्थात 3 अप्रैल तक 12,526 क्विंटल, नांगल चौधरी मंडी में 8312 किं्वटल, अटेली मंडी में 6858 क्विंटल कनीना मंडी में 8233 क्विंटल, महेन्द्रगढ़ मंडी में 610 क्विंटल तथा सतनाली मंडी में 743 क्विंटल सरसों की खरीद का काम पूरा हुआ है।
सरसों की खरीद का काम 10 मई तक जारी रहेगा। उक्त सरसों की खरीद सरकार ने की है। इसके अलावा निजी व्यापारियों ने अब तक केवल 1440 क्विंटल सरसों की खरीद की है। यह सरसों उन किसानों ने खुली मंडी में बेची है जिन किसानों ने अपनी जमीन का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया था या वे किसान जो कि पड़ोस के राज्यों के हैं।
कनीना मंडी में कल हुई 5000 क्विंटल सरसों की खरीद
कनीना(विजय): जगह छोटी होने के कारण कनीना मंडी में गुरुवार को सरसों बेचने के लिए आए किसानों के वाहनों की लाइन लग गई। मंडी गेट से लेकर सदर पुलिस थाना तक सरसों से लदे वाहन खड़े रहे जिससे आवागमन बाधित हो गया। सड़क मार्ग पर लगे जाम को खुलवाने के लिए पुलिस कर्मचारियों ने मोर्चा सम्भाला और व्यवस्था बनाने में जुटे रहे। अब तक कनीना मंडी में 5 हजार किं्वटल सरसों की खरीद की जा चुकी जिसका उठान भी हो चुका है।
5वें दिन की खरीद के बाद अब तक 12000 किं्वटल से अधिक सरसों की खरीद की जा चुकी है। इस बारे में हैफेड के प्रबंधक सतेंद्र सिंह ने कहा कि खरीदी गई सरसों का उठान कार्य भी जारी है जो अटेली रोड रेल फाटक के समीप बने वेयर हाऊस के गोदाम में रखी जा रही है। 4200 रुपए प्रति किं्वटल की दर से सरसों की खरीद जा रही है। उन्होंने बताया कि गुरुवार को ककराला, कपूरी व भडफ गांव के किसानों की सरसों खरीद की गई।
5 अप्रैल को रसूलपुर, केमला, पाथेडा व अगिहार तथा 6 अप्रैल को करीरा, कोटिया, गाहडा व उन्हानी गांव के किसानों की सरसों खरीदी जाएगी।
किसानों की पूरी फसल खरीदी जाए : योगेन्द्र
मंडी अटेली (दूरदर्शी): स्वराज्य इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेन्द्र यादव व एस.यू.सी.आई. के जिला सचिव कामरेड ओमप्रकाश ने अटेली मंडी में पहुंचकर सरसों खरीद का जायजा लिया। किसानों से खरीद सम्बंधित समस्या सुनी। उन्होंने सरसों खरीद के नियमों पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरसों खरीद में प्रति एकड़ साढ़े 6 क्विंटल निश्चित की हुई है जबकि प्रति एकड़ 10 क्विंटल तक यहां पैदा होती है। ऐसे में शेष बची सरसों को किसान औने-पौने दाम में बेचने को मजबूर होगा। ऐसे ही किसान एक बार में केवल 25 क्विंटल सरसों लाकर ही मंडी में बेच सकता है।
पूरी खरीद में किसान का 2 बार ही मुश्किल से बेचने के लिए नम्बर मिल सकेगा। ऐसे में बड़े किसान तो अपनी सरसों बेच ही नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ यह अन्याय कब तक चलेगा। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि किसानों को परेशान करने वाले नियमों को खत्म करना चाहिए। किसान बड़ी मेहनत से फसल पैदा करता है और इसके बाद उसको फसल का उचित दाम नहीं मिलता है तो किसान की कमर टूट जाती है।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की दोगुनी आय करने की बात कहती है और फसल पूरी खरीदती नहीं है। ऐसा दोगलापन सरकार का कब तक चलेगा। किसानों को अपनी आवाज उठाने के लिए एकजुट होना होगा। किसानों को अपने हक की बात को समझना होगा। इस मौके पर कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि कुछ किसान रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाएं, उनको रजिस्ट्रेशन करने का मौका देकर उनकी फसल भी सरकार को खरीदनी चाहिए। इस मौके पर कामरेड सतीश कुमार, ओमप्रकाश, कृष्णा, धर्मपाल, राष्ट्रीय सलाहकार दलीप सिंह, प्रदेश महा सचिव दीपक लांबा, रेयन आदि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।