आरोपियों पर कार्रवाई न होने पर आई.टी.आई. कर्मचारी सोमवार को निकालेंगे कैंडल मार्च

punjabkesari.in Saturday, Apr 20, 2019 - 01:11 PM (IST)

रोहतक(दीपक): करनाल आई.टी.आई. परिसर में पुलिस द्वारा छात्र-छात्राओं, स्टाफ एवं प्रधानाचार्य के ऊपर किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ आई.टी.आई. कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर रोष प्रकट किया। साथ ही घोषणा करते हुए कहा कि वह सरकार के खिलाफ सोमवार को रोष स्वरूप कैंडल मार्च निकालेंगे और उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह बड़े आंदोलन की घोषणा कर देंगे, जिसकी जिम्मेदारी स्वयं सरकार व प्रशासन की होगी। 

औद्योगिक प्रशिक्षण तकनीकी कर्मचारी संघ के प्रधान प्रवीण देशवाल ने बताया कि करनाल में पिछले दिनों पुलिस ने जिस बेरहमी से छात्र-छात्राओं, स्टाफ व प्रधानाचार्य को लाठियों से पीटा है, उस मामले में अभी तक सरकार ने आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। संघ पूरे मामले में अपनी दृष्टि बनाए हुए है और सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने आपस में मिलकर फैसला किया है कि सोमवार को जिला मुख्यालयों पर कैंडल मार्च निकाला जाएगा।

साथ ही मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा और सरकार को इस मामले में संज्ञान लेने, दोषी पुलिस कर्मचारियों एवं लाठीचार्ज व गोली चलाने के आदेश देने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की जाएगी। उन्होंने कहा कि एस.डी.एम. ने लाठीचार्ज में शामिल कुछ कर्मचारियों के हाजिर न होने एवं डी.वी.आर. की सी.डी. पुलिस द्वारा न उपलब्ध करवाने के कारण पुलिसकर्मियों को 24 तारीख को उनके समक्ष हाजिर होने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद ही फाइनल रिपोर्ट जारी की जाएगी।

इस दौरान सभी संगठनों से बात करने के बाद प्रवीण देशवाल ने बताया कि संगठन इस मामले में बहुत गम्भीर है और उन्होंने अफसोस जाहिर किया कि लगातार 1 हफ्ते तक पूरे प्रांत के आई.टी.आई. कर्मचारी काली पट्टी लगाकर कार्य करते रहे लेकिन सरकार द्वारा कोई भी प्रतिनिधि उनसे बातचीत करने एवं इस घटना व छात्र की मृत्यु पर अफसोस भी जाहिर करने नहीं आया। आज तक न ही संस्थान को डी.वी.आर. वापस दी गई और लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों को बर्खास्त भी नहीं किया गया है। ऐसे में कर्मचारियों के अंदर रोष बढ़ रहा है। सभी संगठनों ने मिलकर निर्णय लिया है कि इस मामले को हाईकोर्ट में लेकर जाएंगे और मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत की जाएगी। अगले सप्ताह करनाल में सभी संगठनों की राज्यव्यापी बैठक की जाएगी व न्याय नहीं मिलने पर भारी आंदोलन की घोषणा भी कर दी जाएगी। 
 


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