सोनीपत शूगर मिल : गन्ने के दामों में बढ़ौतरी के लिए किसानों ने किया प्रदर्शन

punjabkesari.in Wednesday, Jan 22, 2020 - 11:46 AM (IST)

सोनीपत(स.ह.): कैथल के बाद गन्ने के दामों में बढ़ौतरी की मांग को लेकर मंगलवार को भारतीय किसान संघ ने सोनीपत शूगर मिल में भी प्रदर्शन किया। किसानों ने मिल के कांटे को बंद करवा दिया। जिसकी वजह से गन्ने की पिराई प्रक्रिया प्रभावित हुई। 

तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाने की कोशिश की। जिसके बाद किसानों ने धरना समाप्त करके 24 तारीख को बड़ा कदम उठाने की चेतावनी दी। दरअसल, गन्ने के दामों में बढ़ौतरी की मांग को लेकर भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसान पिछले लम्बे समय से संघर्ष कर रहे हैं। किसानों ने चेतावनी दी थी कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना तो गन्ना मिलों को बंद करवा दिया जाएगा। ऐसे में कैथल में किसानों द्वारा शूगर मिल बंद किए जाने के बाद मंगलवार को सोनीपत शूगर मिल में भी किसानों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। 

दोपहर 2 बजे के बाद हुई पिराई
सोनीपत शूगर मिल में मंगलवार सुबह भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने सोनीपत शूगर मिल के रैस्ट हाऊस में बैठक की। जिसके बाद फैसला किया गया कि मिल को बंद कर दिया। इसके बाद किसान मुख्य कांटे पर पहुंचे और उन्होंने वहां धरना शुरू कर दिया। कांटा बंद होने की वजह से सुबह करीब 11 बजे पिराई का काम बंद हो गया तथा दोपहर 2 बजे के बाद ही मिल में पिराई शुरू हो पाई। सोनीपत शूगर मिल में अब तक करीब 9 लाख 34 हजार किं्वटल गन्ने की पिराई हो चुकी है। पिछले 24 घंटे में 17 हजार 156 किं्वटल गन्ने की पिराई की गई। जबकि मंगलवार को विरोध प्रदर्शन शुरू होने से पहले करीब 2500 किं्वटल गन्ने की पिराई की जा चुकी थी। 

वीरेन्द्र बढख़ालसा, प्रदेश महामंत्री, भारतीय किसान संघ ने कहा कि  किसान गन्ने का रेट 400 रुपए प्रति कि्वंटल चाहते हैं, अपनी इस मांग को लेकर किसान पिछले लम्बे समय से सरकार का दरवाजा खटखटा रहे हैं, बावजूद इसके अब तक किसानों की मांगों को सरकार ने गम्भीरता से नहीं लिया है। ऐेसे में मंगलवार को करीब 2 घंटे का सांकेतिक धरना प्रदर्शन  किया है। 24 जनवरी को फिर से बैठक करके बड़ा फैसला किया जाएगा। 
    
ओमप्रकाश  धनखड़, केन मैनेजर,  सोनीपत शूगर मिल ने कहा कि किसानों के विरोध की वजह से सुबह करीब 11 बजे से लेकर दोपहर के करीब 2 बजे तक पिराई का काम प्रभावित हुआ था। बाद में पिराई के काम को फिर से शुरू कर दिया गया है। अपनी अपनी क्षमता के हिसाब से यह काम कर रहा है और अब तक 9 लाख 34 हजार किं्वटल से अधिक गन्ने की पिराई की जा चुकी है। 
    


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Edited By

vinod kumar

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