हरियाणा सरकार की खुली पोल: सामने आया मुरथल गैंगरेप का नया मामला
punjabkesari.in Tuesday, Apr 12, 2016 - 10:34 AM (IST)

चंडीगढ़: जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान मुरथल में गैंगरेप की घटना से इंकार करने वाली हरियाणा सरकार की दावों की पोल सोमवार को एस.आई.टी. द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट ने खोल कर रख दी है।
एस.आई.टी. ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि उन्हें गैंगरेप से जुड़ी 2 शिकायतें मिली हैं। एक शिकायत फाइनल ईयर की डिग्री छात्रा की है तो वहीं दूसरी शिकायत एक एन.आर.आई. की है। इन रिपोर्ट को आधार बनाते हुए पूर्व में दर्ज एफ.आई.आर. में गैंगरेप की धारा 376 डी को जोड़ दिया गया है। हाईकोर्ट ने इस मामले में जांच को आगे बढ़ाकर इस दिशा में कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
सोमवार को सुनवाई आरंभ होते ही हरियाणा सरकार की ओर से स्पैशल सैक्रेटरी होम और एस.आई.टी. की ओर से एफिडेविट सौंपते हुए बताया गया कि गैंगरेप से जुड़ी 2 शिकायतें उन्हें प्राप्त हुई है।
एक शिकायत फाइनल ईयर डिग्री की छात्रा की है और दूसरी शिकायत एक एन.आर.आई. की है जो गैंगरेप वाली घटना से एक दिन पहले ही भारत आई थी। हलफनामे में बताया गया कि छात्रा की ओर से शिकायत को फरीदाबाद के मथुरा रोड से पोस्ट किया गया था। यह शिकायत पुलिस कमिश्नर को मिली थी और उन्होंने इस शिकायत को एस.पी. सोनीपत को भेजा था। एस.पी. सोनीपत ने इस शिकायत को एस.आई.टी. को सौंप दिया था जिसकी अध्यक्षता डी.आई.जी. राजश्री कर रही थी।
जांच के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि फाइनल ईयर डिग्री छात्रा ने अपनी शिकायत में लिखा कि वह हॉस्टल में रहती है और उसके पिता उसे घर ले जाने के लिए आए थे। दिल्ली की ओर जाते हुए उसे व उसके पिता को रोका गया व उससे सामूहिक बलात्कार किया गया। इस शिकायत को फरीदाबाद के मथुरा रोड स्थित पोस्ट ऑफिस से पोस्ट किया गया था। ऐसे में पुलिस ने अंबाला, पानीपत, सोनीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, कैथल, पंचकूला, चंडीगढ़ स्थित ऐसे संस्थानों से संपर्क किया जा रहा है, जिनमें हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध है।
इन संस्थानों से उस छात्रा के बारे में जानकारी लेकर उससे संपर्क करने का प्रयास किया जाएगा, ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके। इसके साथ ही अम्बाला, पानीपत और मुरथल से जाने वाले नंबरों की डंप ली गई है जिससे 161 मुसाफिरों की पहचान की गई है। इन नंबरों का मिलान फरीदाबाद के मथुरा रोड पर मौजूद पोस्ट ऑफिस से शिकायत की तिथि पर मौजूद नंबरों से किया जाएगा।
दूसरी शिकायत
दूसरी शिकायत एक एन.आर.आई. की है जो मुरथल कांड से एक दिन पहले ही भारत लौटी थी और अपने घर जा रही थी। एन.आर.आई. ने एक चैनल को भेजे ई-मेल में गैगरेप होने की बात कही। एस.आई.टी. ने चैनल से इस ई-मेल को प्राप्त किया और इस ई-मेल की विश्वसनीयता और सोर्स को पता लगाने की जिम्मेदारी साइबर सैल को दी है।
गवाहों पर उठाए सवाल
हरियाणा सरकार की एस.आई.टी. ने बॉबी जोशी और पी.पी. कपूर के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जोशी को 2 बार फोन किया गया तथा मैसेज भी किया गया परंतु वे जांच में शामिल नहीं हुए।
वहीं, दूसरी ओर पी.पी. कपूर ने आऊट ऑफ स्टेशन होने की बात कहते हुए 14 अप्रैल से जांच में जुडऩे की बात कही है। साथ ही बताया गया कि पी.पी. कपूर ने रमेश और बलवान से बातचीत के दौरान गैंगरेप की बात कही गई थी।
कुरार और हसनपुर में वोटर लिस्ट के सहारे इन लोगों की तलाश की गई। कुरार में 13 रमेश और 5 बलवान मिले तो वहीं हसनपुर में 8 रमेश तथा 7 बलवान। इनमें से 22 लोगों से बात कर उनके बयान दर्ज किए गए हैं किसी ने भी गैंगरेप की बात से इंकार किया। एस.आई.टी. ने बताया कि बाकी के लोगों से भी बात की जा रही है। कोर्ट मित्र अनुपम गुप्ता ने बताया कि दोनों के निजी कामों के चलते गवाह जांच में शामिल नहीं हो पाए थे और जल्द ही वे जांच से जुड़ जाएंगे।
ऐसे बढ़ रही है जांच
हरियाणा सरकार ने बताया कि ढाबे के मालिकों और कर्मियों को मिलाकर 46 लोगों के बयान दर्ज किए हैं, वहीं पैट्रोलपंप के 21 कर्मियों तथा आस-पास के संस्थानों के 21 सिक्योरिटी गार्ड के बयान लिए गए हैं। किसी भी प्रकार की गैंगरेप की कोई बात इन बयानों में सामने नहीं आई है।
टी.वी. चैनलों पर खुद को चश्मदीद बताने वाले 4 लोगों के बयान भी दर्ज किए गए हैं और उन्होंने भी गैंगरेप की घटना देखने से इंकार किया है। इसके अलावा 100, 101 तथा 1073 नंबरों पर 21 तथा 22 फरवरी को किए गए फोन कॉल के ब्यौरे को भी खंगाला गया है इसमें किसी भी प्रकार के यौन अपराध की शिकायत नहीं दी गई है।