भारत लौटी गुरप्रीत ने सुनाई अपनी दास्तां...बोली- जर्मनी में की जा चुकी है पति की हत्या

punjabkesari.in Friday, Feb 05, 2016 - 09:42 AM (IST)

फरीदाबाद (सूरजमल): धोखे से जर्मनी भेजी गई गुरप्रीत और उसकी 8 साल की बेटी आखिरकार स्वदेश लौटने में कामयाब हो गए। वीरवार को दिल्ली में फ्लाइट से उतरने के बाद गुरप्रीत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और फिर संसदीय सचिव सीमा त्रिखा का आभार जताने के लिए उनके निवासी पर पहुंची। गुरप्रीत ने अपने पति की तलाश में जर्मनी गई थी। गुरप्रीत को आशंका है कि उसके पति की हत्या कर दी गई है। जर्मनी में रिफूजी कैम्प में रहने के दौरान गुरप्रीत को काफी प्रताडि़त किया गया। उसने अपने ससुराल पक्ष पर धोखे से जर्मनी भेजने का आरोप लगाया है।

सीमा त्रिखा के निवास पर गुरप्रीत की वापसी में मुख्य भूमिका निभाने वाला व्यक्ति भी मौजूद था। फरीदाबाद में रहने वाली गुरप्रीत ने बताया कि उसका विवाह वर्ष 2006 में सैक्टर 15 स्थित गुरुद्वारे में मनोज के साथ हुआ था। वर्ष 2008 में उसने अपनी बेटी तेयांशी को जन्म दिया। उसका पति मनोज जर्मनी में रहता था। सितम्बर 2010 में दिल्ली के ग्रेटर कैलाश निवासी उसके ननदोई शिवानंद के घर में समारोह था। जिसमें हिस्सा लेने के लिए उसका पति भी जर्मनी से यहां आया था, जिसके बाद वह रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। वह लगातार पति की तलाश करती रही लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा।
 

पति के गायब होने के कारण उसकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो गई थी। वह नहरपार इलाके के इंद्रा कॉम्पलैक्स में किराए का मकान लेकर बेटी के साथ रहने लगी। ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा सहयोग न करने पर उसने उनके खिलाफ सैक्टर 17 पुलिस चौकी में शिकायत भी दी थी लेकिन पुलिस ने दबाव बनाकर उसका ससुराल वालों से समझौता करवा दिया था। इस बीच उसे पता चला कि उसका पति मनोज जर्मनी में अपने माता- पिता के पास रह रहा है। जिसके बाद उसने ननदोई शिवानंद से सम्पर्क साधा।

शिवानंद ने एक एजेंट के माध्यम से उसे दिल्ली, मुंबई और फ्रांस के रास्ते जर्मनी भेज दिया। वहां पहुंचकर वह काफी प्रयास के बाद भी पति का सुराग नहीं लगा पाई। बाद में उसे जर्मनी के एक रिफूजी कैम्प में ले जाकर पटक दिया गया। जहां उसे कई तरह की प्रताडऩाएं सहन करनी पड़ी। वहां उसके पास अपने एक परिचित अजय का मोबाइल नम्बर मौजूद था। उसने किसी तरह अपनी वीडियो बना कर अजय के पास भेज दी। जिसके बाद अजय ने इस मामले में सीमा त्रिखा से लेकर केन्द्र सरकार तक से सम्पर्क साधा।
 

उसकी समस्या को सोशल मीडिया में भी जारी किया। सीमा त्रिखा और केन्द्रीय विदेश मंत्री के प्रयासों के बाद वह किसी तरह वापस अपने देश लौट पाई। पुलिस आयुक्त सुभाष यादव ने बताया कि गुरप्रीत की शिकायत मिलने पर जांच सैक्टर 17 पुलिस चौकी को भेजी गई थी। उस समय हत्या करने की बात सामने नहीं आई थी। यदि महिला पति की हत्या किए जाने की बात कह रही है तो दोबारा जांच करवाई जाएगी।


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