हाईस्पीड रेल कॉरिडोर बनने से दिल्ली से अहमदाबाद साढे़ तीन घंटे में पहुंचे

punjabkesari.in Friday, Jul 30, 2021 - 09:58 PM (IST)

गुड़गांव ब्यूरो: दिल्ली-अहमदाबाद हाईस्पीड रेल कॉरिडोर को लेकर डिटेल्स प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है। यह कोरिडोर गुड़गांव से होकर गुजरेगा। इस कोरिडोर को लेकर नेशनल हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने आज गुरूग्राम में पर्यावरण और सामाजिक परामर्श बैठक आयोजित की जिसमें आम जनता से सुझाव आमंत्रित किए गए। बैठक की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने की और उनके साथ कारपोरेशन के एसडीओ अनिल शर्मा उपस्थित थे। 

बैठक में कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने पावर प्वांइट प्रैजेंटेशन के माध्यम से हाईस्पीड रेल का खाका प्रस्तुत करते हुए जनप्रतिनिधियों से सुझाव लिया। नेशनल हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड के एसडीओ अनिल शर्मा ने बताया कि यह रेल कॉरिडोर दिल्ली के द्वारका स्थित सैक्टर-21 से शुरू होगा जिसकी अलाइनमेंट गुरूग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे के साथ से प्रस्तावित है। गुरूग्राम से आगे यह गुरूग्राम-जयपुर रेल लाइन के साथ- साथ रेवाड़ी जाएगा। उसके बाद, एनएच-48 के समानांतर जाते हुए अहमदाबाद पहुंचेगा।

उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत दिल्ली से अहमदाबाद तक कुल 14 स्टेशन प्रस्तावित हैं जिनमें मानेसर भी एक है। इसकी लंबाई लगभग 886 किलोमीटर है और यह चार राज्यों क्रमशः दिल्ली , हरियाणा , राजस्थान व गुजरात से होते हुए गुजरेगा। हरियाणा राज्य में इस परियोजना की कुल लंबाई 78.22 किलोमीटर होगी। 

बैठक में बताया गया कि जिला गुरूग्राम में यह हाईस्पीड रेल कॉरिडोर लगभग 48.08 किलोमीटर दूरी में बनेगा, जो जिला के 33 गांवों को प्रभावित करेगा। हरियाणा प्रदेश में यह रेल दो जिलो नामतः गुरूग्राम व रेवाड़ी से होकर गुुजरेगी। यह हाईस्पीड रेल कॉरिडोर मैट्रो की तरह ऐलिवेटिड होगा और इसपर चलनेवाली रेल की अधिकतम गति 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी जबकि औसतन गति 250 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। इस हाईस्पीड रेल परियोजना को लेकर रेल कॉरपोरेशन द्वारा सर्वे व इंवेस्टिगेशन आदि का कार्य किया जा रहा है जिसके बाद इसकी डीपीआर तैयार कर रेल मंत्रालय को भेजी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए आमजन की भागीदारी सुनिश्चित करते हुए काम किया जा रहा है ताकि पर्यावरण और सामाजिक परामर्श के साथ परियोजना का खाका तैयार हो। इस परियोजना के शुरू होने से दिल्ली से अहमदाबाद तक का सफर मात्र 3 से 4 घंटे में तय किया जा सकेगा। 

अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा हालांकि यह परियोजना शुरूआती चरण में है जिसे अमलीजामा पहनाने के लिए हाईस्पीड रेल कॉरपोरेशन को जिला प्रशासन द्वारा पूरा सहयोग दिया जाएगा। इस परियोजना से जहां एक ओर उद्योगों को पहले की अपेक्षा गति मिलेगी, वहीं दूसरी ओर इससे यहां के स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने रेल कॉरपोरेशन के पदाधिकारियों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिलाया। बैठक में कई गांवो के ग्रामीण भी उपस्थित थे।

--लगभग 872 किलोमीटर लंबाई का यह प्रस्तावित कॉरिडोर दिल्ली राज्य के द्वारका से शुरू होगा और मानेसर, बावल, रेवाड़ी, बहरोड़, मनोहरपुरा, जयपुर, अजमेर, विजयनगर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, डूंगरपुर, हिम्मतनगर, गांधीनगर होते हुए गुजरात के अहमदाबाद में संपन्न होगा।

--प्रोजेक्ट के डिप्टी टीम लीडर विजय शर्मा के अनुसार यह पूरा कोरिडोर एलिवेटेड होगा अर्थात मेट्रो की तरह 9 से 10 मीटर की ऊंचाई पर बनाया जाना प्रस्तावित है।

--इस कॉरिडोर पर हाई स्पीड रेल लगभग साढ़े 300 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी और दिल्ली से अहमदाबाद मात्र 3.5 से 4 घंटे में पहुंचाएगी।

-हाई स्पीड रेलवे सिस्टम का उपयोग करने से भारत को दुनिया के 15 देशों की हाई स्पीड रेल श्रेणी में गिना जाएगा।


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Content Editor

Gaurav Tiwari

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