सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 1.57 करोड़ की ठगी, 2 अरैस्ट

punjabkesari.in Saturday, Jun 08, 2019 - 01:12 PM (IST)

पानीपत (संजीव): रेलवे, बैंक व एम्स में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने के मामले में 2 आरोपियों को सी.आई.ए.-वन पुलिस टीम ने अरैस्ट करने में बड़ी सफलता प्राप्त की है। शुरूआती पुलिस पूछताछ में आरोपियों से खुलासा हुआ कि वे करीब डेढ़ वर्ष से इस प्रकार से ठगी की वारदात को अंजाम देने में सक्रिय थे और अभी तक करीब 60 से 62 व्यक्तियों को नौकरी लगवाने का झांसा देकर 1 करोड़ 57 लाख रुपए के करीब की ठगी कर चुके हैं। गहनता से पूछताछ करने के लिए गिरफ्तार दोनों आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

सी.आई.ए.-वन के प्रभारी इंस्पैक्टर संदीप कुमार ने बताया कि 2 दिन पहले थाना शहर में कृष्ण निवासी बुटाना जिला सोनीपत ने शिकायत देकर बताया था कि वह फौज से पैंशन आया हुआ है। उसकी करीब डेढ़ वर्ष पूर्व पानीपत बिशन स्वरूप कालोनी में सक्सैस प्वाइंट कोचिंग सैंटर पर सैंटर संचालक संदीप पुत्र राजेन्द्र निवासी बराना पानीपत से मुलाकात हुई थी। करीब एक वर्ष पूर्व संदीप ने उससे कहा कि मनोज निवासी छाजपुर नाम का व्यक्ति पैसे लेकर नौकरी लगवाता है। संदीप ने उसे बताया कि वह उसके  लड़के, उसके साले व पुत्रवधू को बैंक, रेलवे व एम्स में नौकरी लगवा सकता है।  तीनों को नौकरी लगवाने के नाम पर आरोपी संदीप ने उससे 11 लाख 5 हजार रुपए व असल दस्तावेज बिशन स्वरूप कालोनी में उसके कोङ्क्षचग सैंटर पर ले लिए। करीब एक महीने बाद संदीप ने व्हाट्स एप पर उसके लड़के प्रीतम का

मैडीकल लैटर भेजकर लखनऊ-गोरखपुर चलने को कहा। आरोपी संदीप लड़के को साथ लेकर गोरखपुर गया और वहां रेलवे अस्पताल के बाहर बैठाकर उसके बेटे को वापस भेज दिया गया तथा उसके बेटे को बताया गया कि उसका मैडीकल हो गया है। इसके 2 माह बाद आरोपी संदीप ने रिपोॄटग लैटर दे प्रीतम को लखनऊ स्टेशन पर बुलाया। लखनऊ स्टेशन पर फोन कर एक लड़का उससे मिला और उससे रिपोॄटग लैटर लेकर वापस भेज दिया। इसके डेढ़ महीने बाद चघमपुर झारखंड से एक ज्वाइङ्क्षनग लैटर डाक के माध्यम से उसके बेटे के पास आया जिसे देखकर उन्हें शक हुआ तो उन्होंने संदीप से लैटर जाली होने की बात कही जिस पर आरोपी ने लैटर वापस लेकर बेटे को एम्स दिल्ली में लगवाने की बात कही। यह कहते हुए संदीप ने वह लैटर उनसे वापस ले लिए और कुछ समय बाद संदीप ने डॉक्यूमैंट भी वापस दे दिए। उन्होंने संदीप से पैसे वापस मांगे तो संदीप बार-बार उन्हें झूठ बोलकर गुमराह करता रहा। पैसे लेने के लिए संदीप के घर पर गए तो वह गाली-गलौच करने के साथ-साथ धमकी देने लगा।


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Isha

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