अंबाला- हिसार जेल को तोड़कर नया बनाया जाएगा- रणजीत चौटाला

punjabkesari.in Sunday, Mar 13, 2022 - 07:38 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): रणजीत चौटाला ने अपने दूसरे विभाग जेल के बारे में बताते हुए कहा कि रोहतक में साढे 19 एकड़ में 70 करोड़ की लागत से एक नई मॉडल- हाईटेक हाई सिक्योरिटी जेल बनाने जा रहे हैं। जिसका टेंडर प्रोसेस में है। इस जेल में जैमर होंगे और सीसीटीवी चप्पे-चप्पे पर नजर रखेंगे। यह जेल खूंखार अपराधियों के लिए बन रही है।

जिसमें जेल की सिक्योरिटी और पैरामिलिट्री फोर्स मौजूद रहेगी। कोई परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा। ना ही जेल में कोई मोबाइल आदि फेंक सकेगा। इसके साथ साथ हम फतेहबाद- पंचकूला और दादरी में 3 नए जेले प्रोसेस में है। अंग्रेजी शासनकाल के दौरान बनी अंबाला- हिसार जेल जो भीड़भाड़ के क्षेत्र में शहर में आ चुकी हैऔर अच्छी हालत में भी नहीं है। उन्हें भी हम तोड़कर नई बनाएंगे। चौटाला ने बताया कि आज तक प्रदेश के इतिहास में मैंने पहले जेल मंत्री ने सभी जेलों के सुप्रिडेंट की इकट्ठे मीटिंग ली और सुधार कार्यों की क्या गुंजाइश है। इस पर वार्ता हुई और एक कमेटी का गठन किया। प्रदेश के मुख्यमंत्री से नूह जेल का इनॉग्रेशन करवाया। सभी सुप्रिडेंट के लिए आईपीएस की यूनिफार्म और सभी को स्कॉर्पियो गाड़ी प्रदेश के मुख्यमंत्री से सैंक्शन करवाई जो कि अप्रैल में गाड़ियां मिल जाएगी। कैदियों के लिए अच्छी खुराक की व्यवस्था करवाई और सभी खरीद का प्रावधान ऑनलाइन करवाया। सॉफ्टवेयर पर खरीद होने के कारण ठगी की गुंजाइश खत्म हो गई। कैदियों की बातचीत के लिए  5 मिनट से 10 मिनट का समय तय करवाया। साथ ही महिला कैदियों और बच्चों को बाहर घुमाने की व्यवस्था करवाई ताकि वह बाहर का जीवन भी देख पाए।

जैविक खेती, बैकरी का सामान, फर्नीचर का काम इत्यादि सिखाकर विभाग कैदियों को बनाना चाहता है आत्मनिर्भर : रणजीत चौटाला

चौटाला ने बताया कि हम कैदियों को अच्छा इंसान बना कर बाहर भेजना चाहते हैं। इसलिए आत्मनिर्भर बनाने को लेकर भी हमारी सोच सकारात्मक है। हम जैविक खेती, कैदियों को सिखाते हैं। जेलों के अंदर बैकरी का सामान, फर्नीचर का काम इत्यादि का काम उनकी दिलचस्पी के अनुसार सिखाते हैं। ताकि जेल से छूट कर बाहर जाने पर वह कैदी अपने पैरों पर खड़ा हो सके और अपने परिवार का जीवन यापन सम्मान से कर सकें।

 10-10 हत्याएं करने वाले कैदियों को भी फरलो का 3 साल बाद अधिकार : रणजीत चौटाला

राम रहीम को फरलो मिलने के मामले पर तरह-तरह की अफवाहों पर स्पष्टता देते हुए जेल मंत्री रंजीत चौटाला ने कहा कि समाज में फैल रही अफवाहों बिल्कुल गलत है। 3 साल के बाद कैदी फर्लो लेने का अधिकारी होता है। जबकि राम रहीम को जेल में 4 साल का समय हो गया था। उन्होंने कमीशन से इसकी अपील की और उन्होंने फसलो दे दी। जेल का काम केवल बेल मिलने वाले कैदी को जेल के बाहर तक प्रशासन को सौंपने का अधिकार होता है। राम रहीम जेल में केवल एक सामान्य कैदी थे। लेकिन जेल के बाहर उन्हें जेड सिक्योरिटी मिली हुई थी। जेल के अंदर हमारे अपने प्रबंध थे। जब वह बाहर गए तो होम मिनिस्ट्री और पुलिस प्रशासन इत्यादि का काम होता है वह कैसे लेकर जाए। वह हार्डकोर क्रिमिनल नहीं थे। क्योंकि कोर्ट को तय करने का यह अधिकार होता है। बहुत से 10-10 हत्याएं करने वाले कैदियों को भी फरलो मिल जाती है, यह उनका अधिकार है।

 

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Content Writer

Vivek Rai

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