अनिल विज ने कारण बताओ नोटिस किया जारी, पत्र में कुरुक्षेत्र एसपी देखें गृहमंत्री की राडार पर
punjabkesari.in Wednesday, Jul 28, 2021 - 09:04 AM (IST)
चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने हरियाणा के उन पुलिस अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है जो अधिकारी उनके कार्यालय द्वारा संबंधित जिले के पुलिस अधीक्षक को आवश्यक कार्यवाही हेतु भेजे गए पत्रों पर गौर नहीं करते। गृह मंत्री अनिल विज ने एडिशनल चीफ सेक्रेटरी गृह विभाग राजीव अरोड़ा को लिखे पत्र में कहा है कि आम जनता अपनी समस्याओं को लेकर मेरे समक्ष प्रस्तुत होती है। जिनमें से ज्यादातर शिकायतें पुलिस विभाग से संबंधित होती हैं। जिन्हें मेरे कार्यालय द्वारा संबंधित पुलिस अधीक्षक के पास कार्यवाही हेतु भेजा जाता है। लेकिन लोगों द्वारा एक ही शिकायत के बारे में बार-बार मेरे समक्ष उपस्थित होकर निवारण न होने की बात कही जाती है।
अनिल विज ने कहा है कि जिला कुरुक्षेत्र पुलिस से संबंधित बहुत अधिक शिकायतें प्राप्त हो रही हैं।शिकायतकर्ता मेरे समक्ष उपस्थित होकर बताते हैं कि उनकी शिकायत पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। विज ने पत्र में लिखा है कि उनके कार्यालय द्वारा 15 नवंबर 2019 से लेकर 15 जुलाई 2021 तक लगभग 982 शिकायतें पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र के पास भेजी गई है। जिसमें से अभी तक अधिकतर शिकायतें लंबित हैं। जिसकी वजह से आम जनता को बार-बार उनके समक्ष आकर परेशानी उठानी पड़ती है। विज ने कड़े तेवरों में लिखा है कि पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र अपने कर्तव्य निष्ठा के प्रति सजग नहीं है। अनिल विज ने एडिशनल चीफ सेक्रेटरी गृह विभाग से कहा है कि इस बारे में पुलिस अधीक्षक से समयबद्ध स्पष्टीकरण मांगा जाए कि जिले से संबंधित जनता द्वारा प्राप्त शिकायतें जो मेरे कार्यालय द्वारा आवश्यक कार्यवाही के लिए भेजी जाती हैं, उनका निपटान समय पर क्यों नहीं किया जा रहा ? पहले भी पुलिस अधिकारियों द्वारा उनके कार्यालय से मिले पत्रों पर उचित कार्यवाही न होने पर एक्शन टेकन रिपोर्ट भी मांगी गई थी।
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्री लंबे समय तक अपने स्वास्थ्य को लेकर परेशानी झेल रहे थे। सरकार बनने के बाद उन्हें गृहमंत्री के पद की जिम्मेदारी दी गई। उसके तुरंत बाद उनका एक्शन प्रदेश के विभिन्न थानों, अस्पतालों व अन्य विभागों में देखने को समय-समय पर मिलता रहा। कई बड़े अधिकारियों- डॉक्टरों के खिलाफ कार्यवाही से जहां भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों के मन में सरकार और मंत्री के बारे में खौफ दिखने लगा था। वही आम जनता प्रदेश के मंत्री से अधिक उम्मीदें करने लगी थी। जिस कारण से प्रदेश के अन्य मंत्रियों के मुकाबले जनता इनके दरबार में पहुंचने पर जल्द सुनवाई और इंसाफ मिलने की उम्मीद करती है। गृह मंत्री अनिल विज भले ही स्वास्थ्य कारणों से परेशान रहे लेकिन जनता दरबार में कोताही कभी नहीं मिली।
खराब स्वास्थ्य हालातों में भी सैकड़ों लोगों की समस्याओं को सुनकर मौके पर ही समाधान करने का प्रयास हमेशा रहा। अब फिर से अनिल विज का स्वास्थ्य बेहतर होने के तुरंत बाद अनिल विज एक्शन मोड में नजर आने लगे हैं। हाल ही में गुड़गांव के नगर निगम कार्यालय में उनके द्वारा अचानक पहुंचकर फाइलों की जांच और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के बाद फिर से प्रदेश में इनके चर्चाएं हरमुख पर होने लगी है और अब लंबे समय शांत रहने के बाद अनिल विज अधिकारियों पर सख्ती दिखाने के मूड में नजर आने लगे हैं।