मनोहर लाल बोले-6 वर्षों में पहली बार पंजाब के सी.एम. ने नहीं की फोन पर बात

punjabkesari.in Sunday, Nov 29, 2020 - 10:32 AM (IST)

चंडीगढ़(पांडेय): मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि किसान के नाम पर जो राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम किया जा रहा है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और ङ्क्षनदनीय है। साथ ही, उन्होंने पंजाब के किसानों से भी अपील की कि उनके प्रतिनिधि इस मामले में केंद्र सरकार से बात करें, क्योंकि बातचीत ही इसका समाधान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आंदोलन मुख्य रूप से पंजाब के राजनीतिक दल तथा वहां के कुछ संगठनों द्वारा प्रायोजित है। मैंने आंदोलन को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह से 3 दिन में कई बार बातचीत करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने बात नहीं की। 6-7 बार फोन किया और उसके बाद भी एक्सचेंज से उन्हें फोन लगाते रहे लेकिन हर बार उनके स्टाफ ने यही कहा कि अब करवाते हैं,थोड़ी देर में करवाते हैं।

मनोहर लाल ने कहा कि ऐसी अजीबो-गरीब स्थिति पहली बार हुई है जब एक मुख्यमंत्री दूसरे मुख्यमंत्री से बात करने की कोशिश कर रहा है लेकिन बात नहीं करवाई जा रही। गत 6 साल में ऐसा पहली बार हुआ है, अन्यथा पहले जब भी हम फोन करते तो व्यस्तता होने पर घंटे-आध घंटे में बातचीत हो जाती थी। इसका कारण पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह तो पंजाब के मुख्यमंत्री ही बता सकते हैं कि उन्होंने बात क्यों नहीं की। किसान आंदोलन के पीछे पंजाब सरकार की साजिश संबंधी एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि बिल्कुल ऐसा लगता है, क्योंकि उनके ऑफिस के कार्डहोल्डर आंदोलन में आगे-आगे चल रहे थे और किसानों का नेतृत्व कर रहे थे।

हरियाणा के किसानों ने आंदोलन में नहीं लिया हिस्सा
मुख्यमंत्री ने कहा इस किसान आंदोलन में हरियाणा के किसानों ने हिस्सा नहीं लिया। जिसके लिए मैं उनका धन्यवाद करता हूं। इसके साथ, उन्होंने हरियाणा पुलिस की कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस ने इस दौरान पूरे संयम से काम लिया और कहीं भी बल प्रयोग नहीं किया। पुलिस ने केवल उन्हें रोकने का काम किया, क्योंकि इतनी बड़ी संख्या में दिल्ली जाने का कोई औचित्य नहीं है। 
 


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Isha

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