मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने के बाद कांग्रेस को होगा भारी नुकसान : रणजीत चौटाला

punjabkesari.in Saturday, Jan 29, 2022 - 08:15 PM (IST)

चंडीगढ़( चंद्रशेखर धरणी): हाल ही में होने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर पंजाब की स्थिति केवल मीडिया ही नहीं आमजन के लिए भी असमंजस भरी है। स्थिति बिल्कुल साफ नजर नहीं आ रही कि राजनीति का ऊंट किस करवट बैठेगा। इस दौर में हाल ही में कांग्रेस के बड़े नेता राहुल गांधी द्वारा 2 दिन बाद मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की बात को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां और अधिक तेज हो गई हैं। इस मुद्दे पर प्रदेश के बिजली एवं जेल मंत्री रणजीत चौटाला ने टिप्पणी देते हुए कहा है कि राहुल गांधी ने यह एक बड़ी बेवकूफी की है। क्योंकि सिद्धू को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने पर पूरा हरिजन समाज आम आदमी पार्टी की तरफ चला जाएगा और अगर चन्नी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करेंगे तो जटसिख अकाली दल को वोट करने का मन बना लेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का फैसला कुछ भी हो दोनों ही तरफ से फायदा भारतीय जनता पार्टी और कैप्टन अमरेंद्र के गठबंधन को होना तय है। इसलिए तेजी से बदल रहे समीकरणों को देखते हुए यह तय है कि या तो भाजपा गठबंधन की सरकार बनेगी या फिर यह गठबंधन किंग मेकर की भूमिका निभाएगा।

चौटाला ने उत्तर प्रदेश के चुनावों पर भी चर्चा के दौरान कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग बेहद समझदार हैं और बहुत सोच समझ कर फैसला करने वाले हैं। उत्तर प्रदेश की जनता ने एक बार मुलायम सिंह, एक बार अखिलेश, एक बार मायावती और दो बार बीजेपी को एकतरफा बहुमत दिया। इसलिए पूरा आकलन देखने के बाद यह तो साफ है कि पूर्ण बहुमत ही मिलेगा और मेरा मानना है कि जिस तरह से योगी आदित्यनाथ एक सख्त और मजबूत एडमिनिस्ट्रेटर साबित हुए हैं, पूरे उत्तर प्रदेश के लोगों ने रामराज को महसूस किया है। ला एंड आर्डर और शांतिप्रिय जीवन हर शांति प्रिय व्यक्ति की पसंद होता है। गुंडागर्दी से बचने के लिए लोगों का मानना है कि योगी को ही रिपीट करना होगा।

जगमग योजना के बारे में प्रदेश के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने बताया कि आज 6500 में से 5572 गांव इस योजना के तहत 24 घंटे बिजली पा रहे हैं। अगले एक से डेढ़ साल के अंदर प्रदेश के शत-प्रतिशत गांव इस योजना के अंतर्गत लाभ पाएंगे। उन्होंने बताया कि आज पड़ोसी राज्य दिल्ली मे लगातार आ रही इंडस्ट्रीज को देखते हुए यह तो तय है कि दिल्ली के आसपास के हरियाणा राज्य के जिले गुड़गांव, फरीदाबाद, सोनीपत, झज्जर इत्यादि में भी लोड बढ़ेगा जिसे देखते हुए हम लगातार विभाग को और अधिक मजबूत करने की तरफ काम कर रहे हैं ताकि भविष्य में पावर की शॉर्टेज हरियाणा में न हो। इससे प्रदेश के रेवेन्यू में भी बढ़ोतरी होगी और आज की स्थिति के अनुसार जिस तरह से विभाग पारदर्शिता की ओर तेजी से बढ़ रहा है इसके काफी सकारात्मक लाभ विभाग को मिल रहा हैं। कैबिनेट बिजली मंत्री आरके सिंह एक सख्त और कामयाब एडमिनिस्ट्रेटर रहे, होम सेक्रेटरी जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने के बाद आज देश के बिजली मंत्री हैं। उन्होंने देश के सभी राज्यों के बिजली मंत्रियों को लाइन पर रहने के दौरान हरियाणा के बिजली विभाग की इतनी तारीफें की, यह प्रदेश के लिए काफी उत्साहवर्धक बात है। हम 31 मार्च तक की कैलकुलेशन के अनुसार काफी बेहतर स्थिति में अपने को खड़ा करेंगे। उन्होंने कहा कि सोलर पावर को लेकर भी हम देश में नंबर वन की स्थिति में है।

 केंद्र सरकार द्वारा 15000 सोलर पावर कनेक्शन हमें दिए गए थे, जो इंस्टॉल कर दिए गए हैं और इस बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के साथ मुझे जाकर देश के बिजली मंत्री आरके सिंह से मिलने का मौका मिला तो उनके द्वारा तुरंत प्रभाव से हरियाणा को 22000 सोलर कनेक्शन और दे दिए गए, यह काफी सम्मान बढ़ाने वाली बात है। इनमें से 7000 कनेक्शन हम इंस्टॉल कर चुके हैं। जल्द 15000 बाकी कनेक्शन 1 एकड़ से लेकर 5 एकड़ तक के किसानों को दे दिए जाएंगे। यह आर्थिक रूप से कमजोर और छोटे किसानों के लिए एक बेहतरीन योजना है, जिसका अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। जिससे न केवल पैदावार बढ़ेगी बल्कि किसानों का खर्च भी काफी कम होगा। हम कुसुम योजना के तहत अपने टारगेट को और अधिक बढ़ाने पर काम कर रहे हैं।

प्रदेश के जेल एवं बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने तीसरी लहर पर बात करते हुए कहा कि कुछ समय पहले इसे लेकर जो काफी शोर टीवी पर मच रहा था, आज इस शोर की रफ्तार में भी कमी आई है। यह संक्रमण एक हफ्ते बाद ही काफी कमजोर हो गया था। यूरोप में यह बहुत तेजी से नीचे गिरा है। इस संक्रमण के कारण ज्यादा गंभीर स्थितिया नहीं देखने को मिली। केवल एक-दो दिन ही हल्के बुखार के बाद संक्रमित व्यक्ति ठीक हुए। 50 फ़ीसदी सुप्रिडेंट और डिप्टी सुपरिटेंडेंट भी संक्रमित हुए, लेकिन केवल क्वॉन्टाइन से ही यह लोग ठीक हुए। किसी को भी अस्पताल में जाने की जरूरत नहीं पड़ी। कुछ एक कैदी जो पैरोल से लौटे थे इत्यादि को आइसोलेट किया गया था। मैं खुद इस बार भी संक्रमित हुआ।लेकिन पहले दिन केवल 102 डिग्री के बुखार के बाद दूसरे दिन बिल्कुल ठीक हो गया। जिस तरह से पहली बार संक्रमित होने पर सुगंध इत्यादि आना बंद हुई थी शरीर में थकावट थी, इस बार ऐसे लक्षण देखने को नहीं मिले।

 

 


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Content Writer

Isha

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