सरेआम आग लगाने जैसी घटनाओं को दिया जा रहा अंजाम

punjabkesari.in Wednesday, Nov 20, 2019 - 01:04 PM (IST)

समालखा (वीरेंद्र) : एयर क्वालिटी इंडैक्स की मात्रा को लेकर भले ही केंद्र सरकार और प्रदेश की सरकारें इस मामले को लेकर गंभीर हो, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो अपने दायित्व को अब भी नहीं समझ कर कहीं न कहीं आग लगाने जैसी घटनाओं को अंजाम देने का काम कर रहे हैं। ऐसा ही कुछ समालखा ब्लॉक के किवाना गांव और दिल्ली पैरलल नहर के बीच एक जगह देखने को मिला।

समालखा से जब किवाना गांव से होकर इसराना रोड की तरफ  आगे जाते हैं, तो किवाना गांव से थोड़ा आगे चलकर किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा यहां आग लगाई गई। आग लगाने के कारण यहां पर इतना जयादा धुआं हो गया था। वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस मामले में सभी प्रदेश की सरकारों को केंद्र की ओर से विशेष आदेश दिए गए हो कि अगर प्रदेश में कोई भी किसान पराली या फसलों के अवशेषों को जलाता हुआ पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सरकारी तौर पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, लेकिन हम हैं कि मानते ही नहीं।

यानि कुछ किसान ऐसे हैं जिनको न केंद्र सरकार का डर है, न प्रदेश की सरकारों का डर है, न पुलिस प्रशासन का डर है, न प्रदूषण विभाग और कृषि विभाग का डर है। ऐसे किसान जो एयर क्वालिटी इंडैक्स के बढऩे के कारण भी इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। अब सवाल यह भी उठता है कि इस मामले को लेकर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के लोग आपस में एक-दूसरे पर आरोप लगाते हैं, जबकि पिछले दिनों तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीधा सीधा निशाना हरियाणा और पंजाब के किसानों पर भी साधा और कहा कि हरियाणा और पंजाब के किसान पराली जलाकर धुआं करते हैं, इसलिए एयर क्वालिटी इंडैक्स बढ़ता है।

वैसे तो यह साफ -साफ  दिख रहा है कि एयर क्वालिटी इंडैक्स राजनीतिक मामलों की भी भेंट चढ़ रहा है।किसान दलेल सिंह, सुभाष, संदीप, सोनू समालखा, हरेंद्र, रणबीर गढ़ी छाजू, संजय छौक्कर किवाना, रामसिंह राठी आदि ने उन राजनीतिक नेताओं को सलाह दी कि अगर उनको राजनीति करनी है, तो वह अच्छी तरह से राजनीति करें। किसानों को इस मामले में न घसीटें।


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Isha

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