ऐलनाबाद एसडीएम कार्यालय में हुआ करोड़ों का घोटाला, 2 लिपिकों पर मामला दर्ज
punjabkesari.in Wednesday, Apr 26, 2023 - 08:01 PM (IST)

ऐलनाबाद (सुरेन्द्र सरदाना) : ऐलनाबाद की वाहन पंजीकरण अथॉरिटी में घोटालों का सम्बंध बहुत पुराना है। हाल ही में हुए अनुमानित 2.3 करोड़ रुपए के घोटाले ने वर्ष 1989-90 की याद ताजा करवा दी है। गौरतलब है कि उस समय ऐलनाबाद के उपमण्डल बनते ही वाहनों के फर्जी पंजीकरण ऐसे हुए थे कि HR -44 सीरीज़ केवल हरियाणा में ही नहीं बल्कि पूरे भारत वर्ष में मशहूर हो गया था।
भारत के हर राज्य से बरामद हुए थे HR -44 सीरीज के वाहन
भारत के लघभग हर राज्य में फर्जी पंजीकरण के वाह पकड़े गए जो ऐलनाबाद से HR -44 से हुए थे। इसी कड़ी में ऐलनाबाद की पंजीकरण अथॉरिटी एक बार फिर चर्चा में आ गई है और एक बहुत बड़े घोटाले का पर्दापाश हुआ है। बताया जा रहा है कि पंजीकरण अथॉरिटी व लाइसेंसिंग अथॉरिटी के कुछ कर्मचारियों ने मिलीभगत कर वाहनों के पंजीकरण के लिए ली जाने वाली फीस तो वाहन चालकों से या लाइसेंस बनवाने वालो से ले ली। लेकिन वह राशि सरकारी मद में जमा नहीं करवाई।
एसडीएम ने मांगा था मौखिक स्पष्टीकरण
इस घोटाले का पर्दाफाश तब हुआ जब ऐलनाबाद के एसडीएम वेद प्रकाश बेनीवाल ने कागज़ात का औचक निरीक्षण किया। एसडीएम ने वेरिफिकेशन में पाया कि उक्त राशि सरकार के खजाना में जमा ही नहीं हुई है। उपमण्डल अधिकारी ने कार्यालय में कार्यरत सभी लिपिकों को इसपर सपष्टीकरण के लिए मौखिक में एक मौका दिया। लेकिन सभी लिपिक कोई भी संतोषजनक जवाब ननीं दे पाए।
2 लिपिकों के खिलाफ मामला दर्ज
एसडीएम ने अप्रैल 2022 से अप्रैल 2023 एक वर्ष तक का रिकार्ड जांचा तो उसमें तकरीबन 2.3 करोड़ रुपए के घोटाले का होना पाया गया। जिसकी शिकायत एसडीएम ऐलनाबाद डाक्टर वेद प्रकाश बेनीवाल ने ऐलनाबाद थाना में की है। शिकायत के आधार पर ऐलनाबाद थाने में लिपिक कुलदीप, लिपिक जितेंद्र के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 ,409 व 420 के तहत आपराधिक मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है। मामले की गहन जानकारी के लिए जब ऐलनाबाद के एसडीएम वेद बेनीवाल से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।