मृतक किसान के दादा का आरोप- ट्रैक्टर पलटने से नहीं गोली लगने से हुई थी मौत

punjabkesari.in Thursday, Mar 18, 2021 - 11:26 PM (IST)

डबवाली (संदीप): 26 जनवरी को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान कथित तौर पर ट्रैक्टर पलटने से जान गंवाने वाले 25 वर्षीय किसान नवरीत सिंह के दादा व किसान आंदोलन से जुड़े हुए हरदीप सिंह आज डबवाली पहुंचे। यहां हरदीप सिंह ने पंजाब केसरी से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने अपने पोते की मौत के मामले की जांच के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर कर एस.आई.टी. गठित कर जांच कराने की मांग की है। हरदीप सिंह ने कहा कि उन्हें ये साफ तौर पर पता चल चुका है कि उनके पोते को गोली मारी गई थी। ऐसे में उन्हें पता चलना चाहिए कि आखिर उनके पोते के गोली किसने मारी। 

उन्होंने कहा कि सरकार उनके पोते की मौत को हादसा बनाना चाहती है। जबकि मौके पर गवाह मौजूद हैं जो कहते हैं कि उनके सामने नवरीत के गोली लगी है। उन्होंने कहा कि उनका पोता कोई अनजान ड्राइवर भी नहीं था। वह तो ऑस्ट्रेलिया में बड़ा ट्रक चलाता था। नवरीत एक एक्सपर्ट ड्राइवर था ऐसे में ट्रैक्टर कैसे पलट सकता है। सरकार जो नेरेटिव बना रही है वह है नहीं। उसके पोते के गोली मारी गई है। गोली लगने से उसकी डैथ हुई है। डैथ होने से ट्रैक्टर पलटा है। 

नवरीत सिंह की मौत की जांच के लिए उन्होंने हाईकोर्ट की शरण ली है और जांच के लिए याचिका दायर की है। मृतक किसान नवरीत के दादा हरदीप सिंह के मुताबिक अब हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को आदेश दिया है कि मृतक किसान के एक्स-रे रिपोर्ट की जांच के लिए मेडिकल बोर्ड बनाया जाए। इस मामले में अब अगली सुनवाई 14 अप्रैल को होगी।

किसान थकेगा नहीं
इसके साथ हरदीप सिंह ने कहा कि सरकार की एक ही नीति होती है कि आंदोलनकारियों को थका दो। लेकिन किसानों का यह आंदोलन थकने वाला नहीं है। अब किसानों के सामने अपने वजूद का सवाल है। जमीन किसान की मां है। सरकार अगर ये समझती है कि किसानों को थकाकर वापिस भेज देंगे तो ये सरकारी की गतलफहमी है। हरदीप सिंह ने कहा कि नवरीत उनका इकलौता पोता था। हरदीप सिंह ने कहा कि जब भी वे 26 जनवरी के उस दिन को याद करते हैं तो आंखों के आगे अंधेरा छा जाता है। 

हरदीप सिंह ने कहा कि जब वे अपनी जिम्मेदारी की तरफ देखतें तो हम एक जिम्मेदार नागरिक होने के कारण हम अपना निजी गम लेकर सिर पकड़ कर बैठ जाएं। हमारे परिवार से इतनी बड़ी कुर्बानी हुई है। ऐसे में आंदोलनकारी किसान हमसे उम्मीद करते हैं कि हम आंदोलन को खड़ा रखने में मदद कर सकें। हरदीप सिंह ने बताया कि 25 मार्च को किसानों ने पंजाब के मोगा से एक मार्च का आयोजन किया है। जिसका नाम नौजवान किसान मोर्चा एकजुटता मार्च है। जिसके तहत बड़ी संख्या में नौजवान दिल्ली बॉर्डर के लिए रवाना होंगे।
 

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Content Writer

vinod kumar

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